लाइव वीडियो से ग्राहकों के सत्यापन पर विचार कर रहा है भारतीय रिजर्व बैंक
वित्तीय संस्थान अब लाइव वीडियो की मदद से अपने ग्राहकों का सत्यापन कर पाएंगे। दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ग्राहकों के सत्यापन के लिए लाइव वीडियो को मंजूरी देने पर विचार कर रहा है। पिछले हफ्ते उद्योग जगत के साथ हुई बैठक में RBI अधिकारियों ने संकेत दिए थे कि बैंक डिजिटल ऑथेंटिकेशन का नया तरीका अपनाने की योजना बना रहा है। इसके तहत XML फॉर्मेट का इस्तेमाल करते हुए आधार डाटाबेस से ग्राहकों की सीमित जानकारी ली जाएगी।
RBI को कानून में बदलाव का इंतजार
उद्योगों ने ग्राहकों के सत्यापन के लिए आधार-बेस्ड इलेक्ट्रॉनिक नो यूअर कस्टमर (e-KYC) की जगह वीडियो के प्रयोग का सुझाव दिया था। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि इस काम के लिए बैंक ने रिकॉर्डेड वीडियो की जगह लाइव वीडियो के लिए सहमति जताई है। हालांकि, अभी तक इस मामले में अंतिम फैसला होना बाकी है। RBI KYC से जुड़े नियमों में बदलाव से पहले प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट में बदलाव का इंतजार कर रहा है।
प्राइवेट कंपनियों द्वारा आधार के इस्तेमाल पर रोक
सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर में प्राइवेट कंपनियों द्वारा आधार के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। इस फैसले के बाद आधार-बेस्ड KYC करने वाली कंपनियों के सामने कई परेशानियां आ रही हैं। हालांकि, इन कंपनियों के पास QR-कोड बेस्ड ऑथेंटिकेशन का विकल्प है, लेकिन इसको लागू करने में कई पेंच फंसे हैं। सूत्रों ने बताया कि वीडियो-बेस्ड KYC एक व्यवहारिक प्रक्रिया है। RBI रिकॉर्डेड वीडियो की जगह लाइव वीडियो को इस्तेमाल करने में इच्छुक है।
आधार-बेस्ड KYC से बोझिल काम
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि ग्राहकों के सत्यापन के लिए ये सारे विकल्प पेपर-बेस्ड सत्यापन से काफी सस्ते हैं, लेकिन XML फॉर्मेट से KYC करना काफी बोझिल काम होगा। आधार प्राधिकरण UIDAI के निर्देशों के अनुसार आधार डाटाबेस पर XML जनरेट करने के लिए तीन-स्तरीय प्रकिया का पालन करना होगा। ग्राहकों का सत्यापन करने वाले एक स्टार्ट-अप संस्थापक ने बताया कि तकनीक से अनजान लोगों के लिए यह काम काफी मुश्किल भरा होगा।