कार केयर टिप्स: कब बदलें गाड़ी का इंजन ऑयल?
क्या है खबर?
कार का इंजन उसके दिल की तरह काम करता है। जिस तरह से शरीर में दिल को खास देखभाल की जरूरत होती है, ठीक वैसे ही कार के इंजन के सुचारू काम करने के लिए उसे ठीक रखना जरूरी है।
इसे सही स्थिति रखने के लिए ऑयल (लुब्रिकेंट) को समय-समय पर बदलते रहना चाहिए। निर्धारित से कम या खराब ऑयल के साथ कार चलाने से इंजन सीज हो सकता है।
आइये जानते हैं गाड़ी का इंजन ऑयल कब बदलें।
आसान पहचान
इंजन करने लगता है तेज आवाज
कार का इंजन ज्यादा आवाज करने लगे, ज्यादा गर्म हो जाता है और दुर्गंध देने लगता है तो समझ जाएं कि ऑयल बदलने का समय आ गया है।
लेटेस्ट कार के डैशबोर्ड में वार्निंग लाइट से ऑयल स्तर कम होने का अलर्ट मिल जाता है। डिपस्टिक के माध्यम से इसका पता लगा सकते हैं और इसे न्यूनतम स्तर से नीचे न जाने दें।
ऑयल काला, गाढ़ा और किरकिरा हाे गया तो अच्छी क्वालिटी का ऑयल डालना ठीक रहता है।
सही समय
इतने किलोमीटर चलाने पर बदलें ऑयल
आप कार में सिंथैटिक इंजन ऑयल का इस्तेमाल करते हैं तो इसे 10,000 से 15,000 किलोमीटर के बीच बदलना ठीक होता है, जबकि सामान्य इंजन ऑयल 5,000 से 7,000 किलोमीटर के बीच बदलवाएं।
अगर आपकी कार किलोमीटर में कम चली है, लेकिन इंजन ऑयल बदलवाए 1 साल से ज्यादा हो गया है तो भी इसे तुरंत बदलवाएं।
ऑयल के साथ ऑयल फिल्टर को भी जरूर बदलवाएं, नहीं तो नया ऑयल भी जल्दी ही खराब हो जाएगा।