सुरक्षित ड्राइविंग के लिए सभी गाड़ियों में होने चाहिए ये सेफ्टी फीचर
क्या है खबर?
नई कार खरीदते समय आज लोग डिजाइन, माइलेज और अन्य फीचर्स के साथ सुरक्षा सुविधाओं को तव्वजो देने लगे हैं। इसी कारण कार निर्माता भी लेटेस्ट कार मॉडल्स में नए सेफ्टी फीचर्स जोड़ रही हैं।
सरकार ने भी कंपनियों को प्रोत्साहित करने के लिए भारत न्यू कार असिस्टेंस प्रोग्राम (NCAP) लॉन्च किया था।
सभी कारों में एडवांस्ड सेफ्टी फीचर्स नहीं मिलते, लेकिन कुछ आवश्यक सुविधाएं होनी जरूरी है।
आइये जानते हैं टॉप-5 सेफ्टी फीचर, जो हर कार में होने चाहिए।
एयरबैग
एयरबैग के साथ सीटबेल्ट रिमांडर भी होना जरूरी
कार में एयरबैग जरूर होना चाहिए। ये दुर्घटना के दौरान यात्रियों के शरीर को गाड़ी के अंदरूनी हिस्से से टकराने की संभावना को कम कर देते हैं।
साथ ही सील्ट बेल्ट रिमांडर फीचर भी होना चाहिए, जिससे यात्रियों को अलर्ट किया जा सके। क्योंकि, सीट बेल्ट लगा नहीं होने पर एयरबैग भी सही से काम नहीं करते।
इलेक्ट्रॉनिक ब्रेक-फोर्स डिस्ट्रीब्यूशन (EBD) के साथ एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) अचानक ब्रेक लगाने के दौरान कार को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
ECS
ESC से तेज घुमाव पर दुर्घटना से हाेता है बचाव
इलेक्ट्रॉनिक स्टैबिलिटी कंट्रोल (ESC) फीचर भी गाड़ी में होना चाहिए। यह ओवरस्टीयरिंग या अंडरस्टीयरिंग के दौरान इंजन की पावर को कंट्रोल करते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर कार को फिसलने से बचाता है।
सुरक्षित ड्राइविंग के लिए चारों टायर्स में हवा का दबाव बराबर होना चाहिए।
प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) फीचर किसी भी टायर में हवा का दबाव कम होने पर ड्राइवर को अलर्ट कर देता है, जबकि ब्लाइंड स्पॉट डिटेक्शन सिस्टम सड़क के ब्लाइंड स्पॉट की जानकारी देता है।