कार के इंजन को सुरक्षित रखने के लिए अपनाएं ये टिप्स, परेशानी से बचेंगे
अगर आप अपनी कार से बेहतर परफॉरमेंस की उम्मीद करते हैं तो आपको कार के इंजन का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। इंजन कार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है और यही कार की लम्बी उम्र को भी निर्धारित करता है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही जरूरी टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका इस्तेमाल करके आप भी अपनी कार के इंजन को जल्द खराब होने से बचा सकते हैं।
समय-समय पर इंजन ऑयल बदलें
कार के इंजन को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आपको इंजन ऑयल को समय-समय पर बदलते रहना चाहिए। इंजन ऑयल महत्वपूर्ण इंजन भागों को अच्छी तरह से चिकनाई प्रदान करता है ताकि वे ज्यादा गरम न हो सकें। यदि आप ऑयल चेंज करने में बहुत लंबा समय बिताते हैं तो यह आपके इंजन को नुकसान पहुंचा सकता है। इस वजह से समय-समय पर इंजन ऑयल बदलना बेहद ही जरूरी है।
कूलेंट का रखे ध्यान
इंजन ऑयल के अलावा इंजन की कूलिंग टेक्नोलॉजी भी कार के इंजन को गर्म होने से बचती है। इंजन के बेहतर परफॉरमेंस के लिए कार की कूलिंग टेक्नोलॉजी का भी विशेष ध्यान रखना पड़ता है। मुख्य रूप से कूलिंग टेक्नोलॉजी में रेडिएटर, थर्मोस्टेट, वाटर पंप और कूलेंट शामिल हैं। इंजन को ओवरहीटिंग से बचाने का सबसे आसान तरीका यह सुनिश्चित करना है कि पूरे इंजन में कूलेंट (रेडिएटर द्रव) उचित मात्रा में उपलब्ध हो।
तारों और स्पार्क प्लग का रखें ध्यान
स्पार्क प्लग और तारों को बदलकर अपने इंजन को सक्रिय रूप से सुरक्षित रखना भी एक आसान तरीका है। बता दें कि ये बहुत उपयोगी होते हैं और यदि बहुत पुराने हो जाएं तो आपके इंजन को खराब कर सकते हैं। इनको बदलना आम तौर पर एक कठिन प्रक्रिया नहीं हैं। इनमें समय और पैसे दोनों कम लगते है और आसानी से बदले जा सकते हैं। अधिकांश निर्माता इन्हें हर 20,000 किलोमीटर पर बदलने की सलाह देते हैं।
बार-बार इंजन को स्टार्ट और स्टॉप करने से बचें
आपका इंजन कार को चलाने के लिए बनाया गया है और जब कार निरंतर सामान गति से चलती है तो इंजन अधिक समय तक चलता है। बता दें कि लगातार रुकने और चलने पर आपके इंजन पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए वाहन चलाते समय एक सामान गति से चलें और बार-बार कार को बंद और चालू करने से बचें। ऐसा करने से आपका इंजन अधिक समय तक चलेगा।