दिल्ली पुलिस ने पेटीएम ट्रांजेक्शन की मदद से किया 4 करोड़ की लूट का खुलासा
दिल्ली पुलिस ने बुधवार तड़के पहाड़गंज इलाके में कूरियर कंपनी के दो कर्मचारियों से हुई चार करोड़ रुपये की कीमत के गहनों की लूट का महज 24 घंटे में खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मामले में जयपुर में दबिश देकर चार लुटेरों को गिरफ्तार किया है। बड़ी बात यह है कि पुलिस की इस सफलता में एक लुटेरे द्वारा किया गया 100 रुपये का पेटीएम ट्रांजेक्शन खासा मददगार साबित हुआ है। इसी के जरिए पुलिस आरोपियों तक पहुंच पाई।
आरोपियों ने पुलिसकर्मी बनकर दिया था वारदात को अंजाम
पुलिस उपायुक्त (DCP) श्वेता चौहान ने बताया कि पहाड़गंज इलाके में स्थित एक कुरियर कंपनी के दो कर्मचारी बुधवार तड़के करीब चार बजे दो बैगों में भरे चार करोड़ रुपये के गहनों को चंडीगढ़ और लुधियाना पहुंचाने के लिए निकले थे। उसी दौरान पुलिस वर्दी में आए एक लुटेरे ने उन्हें जांच के नाम पर रोक लिया। उन्होंने बताया कि उनके रुकते ही तीन और लुटेरे आ गए तथा कर्मचारियों की आंखों में मिर्च पाउडर डालकर दोनों बैग ले भागे।
कर्मचारियों ने 4:49 बजे दी पुलिस को सूचना
DCP चौहान ने बताया कि वारदात के बाद कुरियर कर्मचारियों ने सुबह 4:49 बजे पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन कर वारदात की सूचना दी थी। उसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कुरियर कंपनी के पास लगे CCTV कैमरों की जांच शुरू की। इसमें सामने आया कि आरोपी पिछले 15 दिनों से कर्मचारियों के आवागमन की रेकी कर रहे थे। उन्होंने बताया कि लुटेरों ने रैकी के बाद वारदात की योजना तैयार की और फिर उसे अंजाम दे दिया।
कैसे हुआ वारदात का खुलासा?
DCP चौहान ने बताया कि CCTV फुटेज की जांच में एक लुटेरा कुरियर कंपनी के पास स्थित चाय की दुकान पर खड़ा नजर आता है। वह एक टैक्सी को रोकता है और अपने मोबाइल फोन के इस्तेमाल के बाद उससे 100 रुपये लेता है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने जब चाय की दुकान वाले से बात की तो उसने बताया कि आरोपी ने पास खुले पैसे नहीं थे तो उसने टैक्सी चालक को 100 रुपये ट्रांसफर कर नकद लिए थे।
पेटीएम कंपनी से मिला आरोपी का नंबर
DCP चौहान ने बताया कि पुलिस ने जब टैक्सी चालक से पूछताछ की तो उसने आरोपी द्वारा पेटीएम पर 100 रुपये ट्रांसफर कर नकद लेने की जानकारी दी। उसके बाद पुलिस ने पेटीएम कंपनी में जाकर आरोपी को फोन नंबर हासिल कर लिया। उसके आधार पर आरोपी का नजफगढ़ निवासी होना सामने आया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने नजफगढ़ स्थित आरोपी के आवास पर दबिश दी तो उसके कुछ देर पहले ही घर से जाने की बात सामने आई।
पुलिस ने जयपुर में दबिश देकर चार आरोपियों को दबोचा
DCP चौहान ने बताया कि आरोपी के फरार होने के बाद पुलिस ने तकनीकी निगरानी की मदद से तीन अन्य आरोपियों के फोन नंबर हासिल कर लिए और उन पर नजर रखना शुरू कर दिया। शाम को चारों लुटेरों के जयपुर स्थित एक फ्लैट में छिपे होने का पता चल गया। उन्होंने बताया कि शाम को पुलिस की एक टीम जयपुर के लिए रवाना हो गई और देर रात फ्लैट में दबिश देकर चारों लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया।
गहनों की वास्तविक कीमत का लगाया जा रहा है पता
DCP चौहान ने बताया कि कुरियर कंपनी के पास ये गहने मुंबई, अहमदाबाद और सूरत से आए थे। ऐसे में सभी जगहों पर गहने भेजने वालों से पूछताछ कर उनकी वास्तविक कीमत का पता लगाया जा रहा है। फिलहाल उनकी अनुमानित कीमत चार करोड़ रुपये बताई जा रही है। उन्होंने बताया कि कुरियर कंपनी गहने सप्लाई करने का काम करती है और उसकी एक सुरक्षित प्रक्रिया है। कंपनी इस तरह के काम छुट्टी वाले दिन अधिक करती है।