अपनी छोटी गाड़ियों का उत्पादन बंद कर सकती है मारुति सुजुकी, जानिए वजह
साल की शुरुआत में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक नए सुरक्षा नियम की जानकारी दी थी, जिसमें आठ सीटर गाड़ियों में कम से कम छह एयरबैग लगाना जरूरी हो जाएगा। नया नियम इस साल के अक्टूबर महीने से लागू होने वाला है। हालांकि, कुछ वाहन निर्माता इस नियम के खिलाफ हैं। मारुति सुजुकी भी उनमें से एक है और इस वजह से कंपनी अपनी चुनिंदा छोटी गाड़ियों का उत्पादन बंद कर सकती है।
बढ़ जाएंगे वाहनों के दाम- मारुति
मारुति सुजुकी की मानें तो यह नियम एंट्री लेवल सेगमेंट वाली गाड़ियों को काफी हद तक प्रभावित करेगा। कोरोना के कारण यह सेगमेंट पिछले तीन सालों से प्रभावित है और लगातार घटती बिक्री का सामना कर रहा है। अगर वाहनों में छह एयरबैग लगाना जरूरी हो जाएगा तो इनकी कीमतों में भी बढ़ोतरी होगी और इस वजह से दोपहिया चालकों के लिए छोटी कारों में अपग्रेड करना और भी मुश्किल हो सकता है।
मारुति सुजुकी के अध्यक्ष ने कही यह बात
इस बारे में बात करते हुए मारुति सुजुकी इंडिया (MSIL) के अध्यक्ष आरसी भार्गव ने कहा कि एंट्री-लेवल कारों की लागत में चार एयरबैग को शामिल करने के बाद वृद्धि होगी, जो कंपनी के लिए आर्थिक रूप से अव्यावहारिक होगा क्योंकि यह बिक्री पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। उन्होंने आगे कहा कि इस वजह से अगर बजट सेगमेंट की गाड़ियां महंगी हुई तो कंपनी छोटी कारों के बाजार से बाहर निकलने में संकोच नहीं करेगी ।
नितिन गडकरी ने कार कंपनियों की दी नसीहत
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कार कंपनियों को नसीहत देते हुए कहा कि वे दोहरा मापदंड न अपनाएं। उन्होंने कहा, "बहुत कार कंपनियां विदेश में तो सुरक्षा मानकों का ख्याल रखती हैं लेकिन भारत में लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करती हैं। कुछ कंपनियां भारत में ऐसी कारें बना रही हैं, जो ज्यादा सुरक्षित नहीं हैं, लेकिन वे उसी मॉडल को विदेशी बाजारों में अधिक सेफ्टी फीचर्स के साथ बेच रही हैं।"
सड़क दुर्घटनाओं को गंभीरता से नहीं ले रही कार कंपनियां- गडकरी
गडकरी ने कहा कि जब भारत में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं तो कार कंपनियां इसे गंभीरता से क्यों नहीं ले रही हैं? मंत्री ने दिल्ली में एक प्रमुख IT कंपनी द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में कहा कि कुछ ऑटोमोबाइल कंपनियां कारों में छह एयरबैग के प्रस्ताव का लगातार विरोध कर रही हैं, जो केवल लोगों की जान बचाने के लिए प्रस्तावित किए गए हैं। कार में अधिक एयरबैग लगाने से हजारों लोगों की जान बचाई जा सकती है।