मारुति ने सरकार से की छह एयरबैग जरूरी करने के फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील
दिग्गज ऑटो निर्माता मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार को पैसेंजर वाहनों में छह एयरबैग अनिवार्य करने के प्रस्ताव पर पुनः विचार करना चाहिए। कंपनी की मानें तो सेमीकंडक्टर की कमी और इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स के बढ़ते दामों से ऑटोमोबाइल बाजार पहले ही प्रभावित हो चुका है। ऐसे में छह एयरबैग वाला नियम भी उत्पादन पर असर डालेगा। वहीं, आगे चलकर ऑटो सेक्टर के नौकरियों पर भी इसका असर देखने को मिलेगा।
अब छह एयरबैग के साथ आएंगी गाड़ियां
दरअसल साल की शुरुआत में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक नए सुरक्षा नियम की जानकारी दी थी, जिसमें आठ सीटर गाड़ियों में कम से कम छह एयरबैग लगाना जरूरी हो जाएगा। नया नियम इस साल के अक्टूबर महीने से लागू होने वाला है। गडकरी ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक पोस्ट जारी की, जिसमें उन्होंने बताया कि पीछे की सीट पर बैठे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
बिक्री पर पड़ सकता है असर- मारुति
मारुति सुजुकी ने कहा कि यह नियम एंट्री लेवल सेगमेंट वाली गाड़ियों को काफी हद तक प्रभावित करेगा। कोरोना के कारण यह सेगमेंट पिछले तीन सालों से प्रभावित है और लगातार घटती बिक्री का सामना कर रहा है। अगर वाहनों में छह एयरबैग लगाना जरूरी हो जाएगा तो इनकी कीमतों में भी बढ़ोतरी होगी और इस वजह से दोपहिया चालकों के लिए छोटी कारों में अपग्रेड करना और भी मुश्किल हो सकता है।
कंपनी अध्यक्ष ने कही यह बात
समाचार एजेंसी PTI से बात करते हुए मारुति सुजुकी इंडिया के अध्यक्ष आरसी भार्गव ने कहा कि पिछले सालों में BS6 मानकों वाले इंजन समेत कई अलग-अलग नियमों के कारण छोटी गाड़ियों की लागत काफी बढ़ गई है। इस बारे में बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि कीमतों में बढ़ोतरी के साथ ही देशभर में छोटी गाड़ियों की बिक्री पर भी असर पड़ रहा है, जिससे इन गाड़ियों का बाजार और भी सिकुड़ जाएगा।
इस नियम पर पुनः विचार करे सरकार- भार्गव
भार्गव ने कहा, "ऑटोमोबाइल निर्माताओं को लगता है कि यह छह एयरबैग नियम लाने का सही समय नहीं है। हम चाहते हैं कि सरकार इस मामले में पुनः विचार करे।"
पड़ सकता है अतिरिक्त खर्च का बोझ
नए नियम के तहत छह एयरबैग्स लगाने पर 5,000 से लेकर 8,000 रुपये तक का अतिरिक्त खर्च आएगा। इससे यात्री वाहनों की कीमत 30,000 से 50,000 रुपये तक बढ़ सकती है। भारत सरकार ने कारों के लिए डुअल एयरबैग्स अनिवार्य कर दिए थे। अब भारत में बनने और बिकने वाली कारों में ड्राइवर के साथ-साथ उसकी पास वाली सीट पर एयरबैग लगा होना अनिवार्य है। इस तरह कम बिक्री के साथ कीमतों में बढ़ोतरी अच्छा संकेत नहीं दे रहे हैं।