मुंबई की सड़कों पर उतरी देश की पहली इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 18 अगस्त को मुंबई में पहली इलेक्ट्रिक डबल डेकर वातानुकूलित बस का अनावरण किया। यह इलेक्ट्रिक बस स्विच मोबिलिटी द्वारा बनाई गई है। गौरतलब है कि स्विच मोबिलिटी दिग्गज भारतीय कमर्शियल वाहन निर्माता अशोक लीलैंड का एक इलेक्ट्रिक वाहन डिवीजन है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी ने इस इलेक्ट्रिक बस को सभी तरह के नवीनतम सुरक्षा मानकों के साथ तैयार किया है।
900 इलेक्ट्रिक बसों के लिये हुआ है अनुबंध
समाचार एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, यह इलेक्ट्रिक बस देश में मौजूद बसों की तुलना में सबसे अधिक यात्रियों को लेकर चलने की क्षमता रखती है। रिपोर्ट में आगे कहा बताया गया है कि बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (BEST) ने कई चरणों में 900 इलेक्ट्रिक बसों की आपूर्ति के लिए कंपनी के साथ एक अनुबंध किया है। इनमें से 50 प्रतिशत बसें मार्च, 2023 तक और शेष 50 प्रतिशत उसके बाद आने की उम्मीद है।
मुंबई में मिलेगी मोबाइल ऐप आधारित प्रीमियम बस सुविधा
रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई में सार्वजनिक परिवहन सेवा विभाग ने शहर में प्रीमियम ऐप-आधारित सार्वजनिक परिवहन शुरू करने की योजना बनाई है। आने वाले समय में इसके तहत यात्रियों को मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से अपनी सीट बुक करने की सुविधा भी मिलेगी। हालांकि, उन्हें इस प्रीमियम सेवा के लिए पारंपरिक बसों की तुलना में अधिक किराए का भुगतान करना पड़ सकता है। इन इलेक्ट्रिक डबल डेकर बसों में अधिकतम 90 यात्रियों को ले जाने की क्षमता होगी।
लगभग 300 किलोमीटर हो सकती है इनकी सिंगल चार्ज रेंज
इस तरह की इलेक्ट्रिक डबल डेकर बसों को मेट्रोडेकर कहा जाता है। स्विच मोबिलिटी के अनुसार, ये बसें 'सबसे अधिक क्षमता और सबसे लंबी रेंज वाली' होती हैं। मेट्रोडेकर फिलहाल लंदन जैसे शहरों में काम कर रही हैं। इन इलेक्ट्रिक डबल डेकर की लंबाई 10.5 मीटर से 11 मीटर के बीच होती है। यह 250kW इलेक्ट्रिक मोटर द्वारा संचालित होती है और एक बार चार्ज करने पर इनकी रेंज 300 किलोमीटर के लगभग होती है।
न्यूजबाइट्स प्लस
बीते कुछ महीनों में स्विच मोबिलिटी और UPS जैसी कई अन्य कंपनियों ने अपने कमर्शियल इलेक्ट्रिक वाहनों को भारतीय बाजार में पेश किया है। स्विच हाल ही में डबल डेकर से पहले एक EiV 12 इलेक्ट्रिक बस लेकर आई थी, हालांकि, यह सिर्फ सिंगल फ्लोर वाली बस ही थी। इसके अलावा पिनेकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड की एक सहायक कंपनी EKA ने दावा किया था कि उन्होंने पूर्ण रूप से भारत की पहली 'मेड इन इंडिया' इलेक्ट्रिक बस E9 बनाई है।