अमेरिकी कंपनी इलेक्ट्रोन EV भारत में रखने जा रही कदम, इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहनों का करेगी कारोबार
अमेरिका स्थित इलेक्ट्रोन EV ने सोमवार को घोषणा की कि वह भारतीय बाजार के इलेक्ट्रिक वाहन (EV) क्षेत्र में प्रवेश करेगी। यह EV कंपनी देश में इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहन जैसे डिलीवरी वैन, ट्रक और बस लाने की योजना बना चुकी है। कंपनी द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार वह अपने उत्पादों और एंड-टू-एंड मोबिलिटी सॉल्यूशंस के साथ B2B और B2C दोनों बाजारों में अपनी सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना के साथ भारत आ रही है।
तकनीक को बेहतर करना है कंपनी का उद्देश्य
इलेक्ट्रोन EV संस्थापक राकेश कोनेरू ने कहा कि चूंकि भारत में EV सेगमेंट तेजी से बढ़ रहा है, इसलिये हम यहां चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ अपने उत्पादों के माध्यम से कंपनी की उम्दा EV तकनीक पेश करने की योजना बना रहे हैं। इस EV कंपनी का उद्देश्य बैटरी तकनीक की सीमाओं, इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, महंगी बैटरी और EV को पूरी तरह से चार्ज करने में लगने वाले समय जैसे क्षेत्रों पर काम करना भी है।
भारतीय कमर्शियल इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में नई कंपनियां
स्विच मोबिलिटी और UPS जैसी कई कंपनियों ने अपने कमर्शियल इलेक्ट्रिक वाहनों को भारतीय बाजार में पेश किया है। स्विच हाल ही में EiV 12 इलेक्ट्रिक बस लेकर आई थी, जो एक बार चार्ज करने पर 300 किलोमीटर की रेंज देने का दावा करती है। गौरतलब है कि स्विच मोबिलिटी दिग्गज कमर्शियल वाहन निर्माता अशोक लीलैंड का इलेक्ट्रिक वाहन डिवीजन है। कंपनी ने इस इलेक्ट्रिक बस को दो वेरिएंट में पेश किया है।
अमेरिका की बिलिटी इलेक्ट्रिक भी आई भारत
हाल ही में अमेरिका की एक और इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनी बिलिटी इलेक्ट्रिक (Biliti electric) ने भी भारत में अपना कारोबार शुरू करने की घोषणा की थी। इस कंपनी ने दुनिया का पहला हाइड्रोजन ईंधन सेल (HFC) से चलने वाला इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर पेश किया था, जिसे 'फास्टमाइल' नाम दिया गया है। बिलिटी इलेक्ट्रिक ने पिछले साल भारत में हैदराबाद स्थित गयाम मोटर वर्क्स (GMW) के साथ साझेदारी भी की थी, जिसके तहत यह भारत में अपना कारोबार करेगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
मोजूदा समय में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री बढ़ोतरी देखने को मिली है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक साल में इनकी बिक्री में तीन गुना वृद्धि दर्ज की गई है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, 3 अगस्त, 2022 तक भारतीय सड़कों पर इनकी संख्या 13.92 लाख हो चुकी थी। इससे यह जानकारी भी सामने आई कि EVs को अपनाने में निजी वाहन सेक्टर से आगे कमर्शियल सेक्टर है।