बाइक का बीमा कराने से पहले इन बातों का रखें ध्यान, होंगे जबरदस्त फायदे
देश में वाहन चलाते समय उसका बीमा होना जरूरी है। इसके बिना पकड़े जाने पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन मानते हुए आपका चालान काटा जा सकता है। इसलिए, अपनी कार या मोटरसाइकिल की बीमा पॉलिसी को हमेशा अपडेट रखना चाहिए। अगर, बीमा खत्म होने वाला है तो उसे रिन्यू कराना बेहद जरूरी है। इस दौरान कुछ तरीके अपनाकर आप पैसे बचा सकते हैं। आइये जानते हैं बाइक के बीमा का नवीनीकरण कराते समय किन बातों का ध्यान रखें।
समय से पहले रिन्यू कराने से NCB का नहीं होगा नुकसान
बाइक की बीमा पॉलिसी को समाप्ति तारीख से पहले नवीनीकरण कराकर आप जुर्माने और नो क्लेम बोनस (NCB) के नुकसान से बच सकते हैं। रिन्यू कराने से पहले मौजूदा पॉलिसी का आकलन कर देखें कि यह अभी भी फायदेमंद हैं या नहीं। अगर, दूसरी बीमा कंपनी इससे बेहतर ऑफर दे रही है तो इसे बदल दें। मौजूदा पॉलिसी का कवरेज देखकर पता लगाए कि यह आपकी आवश्यकताओं को पूरा करता है या इसमें कुछ और जोड़ने की जरूरत है।
NCB प्रीमियम में देता है छूट
बीमा अवधि के दौरान अगर आप कोई क्लेम नहीं करते हैं तो आपको नो क्लेम बोनस (NCB) मिलता है। यह प्रीमियम में छूट के तौर पर काम करता है। रिन्यू कराते समय NCB को ध्यान रखें, जो प्रीमियम के खर्च को कम कर सकता है। साथ ही इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू (IDV) को बाजार में बाइक की मौजूदा कीमत का पता कर उसी हिसाब से तय करें। IDV आपके बीमा क्लेम की रकम को प्रभावित करता है।
ऑनलाइन रिन्यू कराने के हैं कई फायदे
दोपहिया वाहन के लिए बीमा नवीनीकरण का ऑनलाइन विकल्प चुनना सही रहता है। इसमें आपका समय बचने के साथ बीमा कंपनियों द्वारा अतिरिक्त छूट भी दी जाती हैं। इसके अलावा रिन्यू कराने के दौरान पिछले क्लेम की सही जानकारी दें, जिससे भविष्य में दोबारा क्लेम करते समय कोई परेशानी नहीं आती। आप बाइक के लिए लंबे समय का बीमा लेना चाहते हैं तो लॉन्ग-टर्म पॉलिसी विकल्प ले सकते हैं। इस तरह की पॉलिसी से NCB के अच्छे फायदे मिलते हैं।