इन कारणों से खारिज हो सकता है जीवन बीमा का दावा
क्या है खबर?
दुनिया का एकमात्र बड़ा सत्य है मृत्यु, जो कभी भी आ सकती है। ऐसे में आप अपने परिवार के लिए किन योजनाओं को चुनते हैं ये बहुत महत्वपूर्ण होता है।
अगर अपने जीवन बीमा प्लान लिया हुआ है तो आपके जाने के बाद बीमा कंपनी आपके परिवार को पैसा देती है, लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि इस दावे को कंपनी अस्वीकार कर देती है।
आइए जानते हैं, बीमा के दावे को अस्वीकार करने के क्या कारण हो सकते हैं।
#1
बीमारियों की सही जानकारी न देना
अक्सर देखा जाता है कि पॉलिसी आवेदन के दौरान लोग अपनी आदतों या गंभीर बीमारी को छुपा लेते हैं। उनको ऐसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि बीमा उद्योग आवेदन में दी गई जानकारी के अनुरूप ही काम करता है।
सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में साफ-साफ कहा है कि अगर आप अपनी बीमारी को छुपाते हैं तो कंपनी आपके दावे को खारिज कर सकती है।
इसलिए अपनी सिगरेट पीने, तंबाकू खाने या शराब पीने की आदतों को भी बता दें।
#2
समय पर प्रीमियम का भुगतान न करना
जीवन बीमा पाने का अधिकार तभी मिल सकता है जब आपके प्रीमियम का भुगतान समय पर हुआ हो।
अक्सर देखा जाता है कि लोग प्रीमियम का भुगतान करना भूल जाते हैं या भुगतान नहीं करते हैं। ऐसे में बीमा कंपनी आपकी पॉलिसी को निरस्त कर देती है, जिससे आपका बीमा दावा खारिज हो जाता है।
आपको बता दें कि बीमा कंपनियां प्रीमियम का भुगतान करने के लिए कई दिनों की छूट भी देती हैं।
#3
नॉमिनी का विवरण न देना
बीमा का असली हकदार एक नॉमिनी होता है, जिसे बीमा कवर के सभी लाभ मिलते हैं।
कई बीमाधारक पॉलिसी ले लेते हैं, जिसमें वो अपने माता-पिता को नॉमिनी के लिए नामांकित करते हैं। जैसे-जैसे उनकी उम्र बढ़ने लगती है, लेकिन नॉमिनी को अपडेट नहीं करते।
ऐसे में अगर नॉमिनी भी इस दुनिया में मौजूद नहीं होता है तो दावे को बीमा कंपनी अस्वीकार कर सकती है।
इसलिए अपने नॉमिनी को अपडेट करते रहें।
#4
मृत्यु के प्रकार
अक्सर बीमा कंपनियां मौतों की एक मानक सूची तय करती हैं। जिसमें कुछ तरह की मौतों पर ही क्लेम दिया जाता है।
प्राकृतिक आपदाओं, आतंकवादी हमलों या हत्याओं के कारण होने वाली मौतों को आमतौर पर बीमा पॉलिसियों द्वारा कवर नहीं किया जाता।
अगर पॉलिसीधारक की खतरनाक गतिविधियों के दौरान मौत हो जाती है, तब भी बीमा के दावे को खारिज किया जा सकता है।
इसलिए पॉलिसी लेते समय ये जानकारी पहले से ही ले लें।