आइकॉनिक स्कूटर: कॉलेज विद्यार्थियों के साथ महिलाओं के लिए परफेक्ट रहा था बजाज स्पिरिट
दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी बजाज ने देश में एक से बढ़कर एक शानदार स्कूटर्स की पेशकश की है। इन्हीं में से एक आइकॉनिक स्कूटर रहा है बजाज स्पिरिट। इसे 1999 में TVS स्कूटी की टक्कर में उतारा गया था। इसे युवाओं खासकर कॉलेज स्टूडेंट्स के हिसाब से डिजाइन किया गया और वजन में हल्का होने के कारण महिलाओं के लिए भी चलाने में आसान था। 2000 में इसने सर्वश्रेष्ठ स्कूटर और सर्वश्रेष्ठ स्वदेशी वाहन का पुरस्कार भी जीता था।
हल्का होने के कारण चलाने में था आसान
बजाज स्पिरिट दिखने में TVS स्कूटी जैसा आकर्षक नजर आता था। इसमें हैडलबार पर लगी चौकोर हेडलाइट और इस पर लगे मिरर, एप्रन पर टर्न इंडिकेटर, सिंगल-पीस आरामदायक सीट और आगे की तरफ सामान रखने के लिए बकेट होती थी। पैनल प्लास्टिक के होने से इसका वजन महज 76 किलोग्राम था और फ्यूल टैंक की क्षमता 3.6 लीटर थी। इसकी ऊंचाई 1,020mm और लंबाई 1,685mm रही थी। दोपहिया वाहन में ब्रेकिंग के लिए आगे-पीछे ड्रम ब्रेक की सुविधा मिलती थी।
स्कूटर देता था शानदार माइलेज
बजाज स्पिरिट को 59.86cc, सिंगल सिलेंडर, 2-स्ट्रोक, फोर्स्ड एयर कूल्ड इंजन के साथ उतारा गया था, जो 3.6bhp की पावर और 4.32Nm का अधिकतम टॉर्क देता था। ट्रांसमिशन के लिए इसे 2-स्पीड ऑटोमैटिक से जोड़ा गया। यह सेटअप इसे आराम से 60 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ाने में सक्षम था। स्कूटर हाइवे पर 45 किमी/लीटर और शहरी सड़कों पर 35 किमी/लीटर का शानदार माइलेज देता था। बंद होने के समय इस स्कूटर की कीमत 27,000 रुपये (एक्स-शोरूम) रही थी।