गाड़ी पर छोटे-मोटे स्क्रैच के लिए भूलकर भी ना लें बीमा क्लेम, जानिए क्या हाेगा नुकसान
कई लोगों को अपनी गाड़ी से इतना लगाव होता है कि वे उस पर छोटे-मोटे स्क्रैच देखना भी पसंद नहीं करते। इन्हें ठीक कराने के लिए वे बिना सोचे-समझे बीमा क्लेम का रास्ता अपनाते हैं। माना कि बीमा गाड़ी में होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए ही कराया जाता है, लेकिन आपको पता नहीं होगा कि इसके कई नुकसान हो सकते हैं। आइये जानते हैं हल्के स्क्रैच ठीक कराने के लिए बीमा क्लेम क्यों नहीं लेना चाहिए।
क्लेम लेने से नहीं मिलेगा NCB
दूसरे वाहन के टकराने या लापरवाही से कार पर छोटे-मोटे स्क्रैच आना आम है, लेकिन इसके लिए बीमा क्लेम उठाना सही नहीं है। इसका पहला नुकसान यह है कि जिस साल आप क्लेम लेंगे उस साल आपको नो क्लेम बोनस (NCB) नहीं मिलेगा। NCB ना मिलने की वजह से अगले साल आपकी कार के बीमा के नवीनीकरण की प्रीमियम राशि बढ़ जाएगी। NCB प्रीमियम को कम करने में मदद करता है और हर साल इससे प्रीमियम कम होता जाता है।
रीसेल वैल्यू पर भी पड़ता है असर
बीमा कंपनियां आमतौर पर 5 साल तक जीरो डेप्रिसिएशन पॉलिसी देती है, जबकि कुछ कंपनियां 5-7 साल के बीच भी इसकी सुविधा प्रदान करती हैं। हालांकि, इसके कार मालिक के पास NCB होना चाहिए। इसके अलावा इस तरह के छोटे-मोटे स्क्रैच के लिए क्लेम लेने से यह जानकारी आपकी गाड़ी की हिस्ट्री में दर्ज हो जाती है, जो उसकी रीसेल वैल्यू को कम करती है। ऐसे में अगर मरम्मत का खर्चा ज्यादा नहीं है तो क्लेम करने से बचना चाहिए।