भारत NCAP प्रोग्राम हुआ लॉन्च, अब देश में होगी कारों की सुरक्षा जांच
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आज भारत न्यू कार असिस्टेंस प्रोग्राम (NCAP) को लॉन्च कर दिया है और यह 1 अक्टूबर से लागू होगा। यह दिन ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए ऐतिहासिक बन गया है, क्योंकि यह देश का पहला और अपना कार क्रैश टेस्ट प्रोग्राम है, जिसके आधार पर ही सेफ्टी रेटिंग दी जाएगी। अमेरिका, चीन, जापान और दक्षिण कोरिया के बाद भारत अपना क्रैश टेस्ट प्रोग्राम पेश करने वाला दुनिया का 5वां देश बन गया है।
ऐसे होगा गाड़ी की सुरक्षा का आकलन
यह ग्लोबल NCAP और यूरोपियन NCAP की तर्ज पर है और इसे 'भारत NCAP' नाम दिया गया है। इसके तहत भारत में गाड़ियां बनाने और दूसरे देशों से गाड़ियां आयात करने वाली कंपनियों को स्वेच्छा से वाहनों का क्रैश टेस्ट करवाना होगा। भारत NCAP के तहत क्रैश टेस्ट में भाग लेने वाली गाड़ियों को संरचनात्मक सुरक्षा, व्यस्क लोगों की सुरक्षा, बच्चे की सुरक्षा जैसे विभिन्न पहचाने गए मानकों के आधार पर 0 से 5 के बीच रेटिंग दी जाएगी।
30 से अधिक मॉडल क्रैश टेस्ट के लिए पेश
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, "कार निर्माता भारत NCAP सुरक्षा रेटिंग के तहत मूल्यांकन के लिए 30 से अधिक कार मॉडल पहले ही पेश किए जा चुके हैं।" उन्होंने कहा कि यह प्रोग्राम कंपनियों को वाहनों के निर्माण गुणवत्ता में सुधार करने के लिए प्रेरित करेगा। बता दें, 3.5 टन के वजन वाले सभी वाहनों को नए भारत NCAP मानदंडों का पालन करना होगा। इस प्रोग्राम के तहत CNG और इलेक्ट्रिक वाहनों का परीक्षण और मूल्यांकन भी किया जाएगा।