शी जिनपिंग का चीन पर एकछत्र राज, लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति चुने गए
शी जिनपिंग लगातार तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति बन गए हैं। बीजिंग में हो रहे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अधिवेशन में केंद्रीय समिति ने उन्हें पार्टी का महासचिव चुना। पार्टी का महासचिव ही देश का राष्ट्रपति होता है। तीसरी बार राष्ट्रपति बनकर जिनपिंग ने दशकों पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है और वह कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक माओ जेडोंग के बाद लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति बनने वाले पहले नेता बन गए हैं। अन्य कोई नेता तीन बार राष्ट्रपति नहीं रहा।
सैन्य कमीशन के चेयरमैन भी चुने गए जिनपिंग
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के 20वें अधिवेशन में लगभग 200 वरिष्ठ पदाधिकारियों की नई केंद्रीय समिति का भी चुनाव किया गया। इसी समिति ने रविवार को जिनपिंग को नया राष्ट्रपति और पार्टी महासचिव चुना। इन दोनों पदों के अलावा जिनपिंग को लगातार तीसरी बार केंद्रीय सैन्य कमीशन का चेयरमैन भी चुना गया है। सैन्य कमीशन का चेयरमैन होने के नाते वह चीनी सेना और चीनी पुलिस के प्रमुख (शीर्ष कमांडर) होंगे।
सबसे शक्तिशाली स्थायी समिति में दी गई जिनपिंग के करीबियों को जगह
नई केंद्रीय समिति ने पार्टी की स्थायी समिति का भी चयन किया जो चीन की सबसे शक्तिशाली समिति है। सात सदस्यीय इस समिति में जिनपिंग के करीबी नेताओं को शामिल किया गया है। पार्टी की शंघाई इकाई के प्रमुख रहे ली कियांग को नंबर दो चुना गया है और वह मार्च में प्रधानमंत्री बनेंगे। इसके अलावा जिनपिंग के करीबी शाओ लेजी, वांग ह्यूनिंग, काई की, डिंग शेशियांग और ली शी को भी इस समिति में जगह दी गई है।
देश के अंदर और बाहर जिनपिंग के आगे कई चुनौतियां
कम्युनिस्ट पार्टी का अगला अधिवेशन पांच साल बाद 2027 में होगा और तब तक जिनपिंग ही राष्ट्रपति रहेंगे। अपने इस कार्यकाल के दौरान उन्हें कई चुनौतियों से निपटना होगा। देश के अंदर जीरो कोविड नीति के कारण चीन की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ है और देश के नागरिक इससे खुश नहीं हैं। कुछ जगह जिनपिंग का विरोध भी हुआ है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका से बढ़ते टकराव का सामना वह कैसे करते हैं, यह देखना भी दिलचस्प होगा।
दुनिया को चीन की जरूरत- जिनपिंग
राष्ट्रपति चुने जाने के बाद मीडिया से बात करते हुए जिनपिंग ने कहा कि दुनिया को चीन और चीन को दुनिया की जरूरत है। उन्होंने कहा, "चीन दुनिया के बिना विकास नहीं कर सकता और दुनिया को भी चीन की जरूरत है... सुधार और अर्थव्यवस्था को खोलने के प्रति 40 साल के अविचलित प्रयास के बाद हमने दो चमत्कार पैदा किए हैं, तेज आर्थिक विकास और दीर्षकालीन सामाजिक स्थिरता।"
संविधान संशोधन के बाद तीसरी बार राष्ट्रपति बने हैं जिनपिंग
बता दें कि जिनपिंग के तीसरी बार राष्ट्रपति बनने का रास्ता साफ करने के लिए 2018 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के संविधान में संशोधन किया गया था। दरअसल, किसी भी नेता के एकछत्र राज से बचने के लिए कम्युनिस्ट पार्टी के संविधान में प्रावधान था कि कोई भी नेता दो बार से अधिक राष्ट्रपति नहीं बन सकता, लेकिन जिनपिंग ने संशोधन करवा कर ये सीमा हटा दी। उन्होंने अपने विरोधियों को भी डिमोशन कर दिया है।