उत्तर कोरिया अपने ही देश की सड़कों को धमाके कर क्यों उड़ा रहा है?
उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया में तनाव अपने चरम पर है। इस बीच उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया की सीमा से सटी सड़कों को बम से उड़ा दिया है। इनमें से ज्यादातर सड़कें फिलहाल उपयोग में नहीं थीं और कभी दक्षिण कोरिया आने-जाने के लिए इस्तेमाल की जाती थीं। उत्तर कोरिया ने यह कदम उस दावे के बाद उठाया है कि दक्षिण कोरिया ने राजधानी प्योंगयांग पर ड्रोन उड़ाए थे। आइए जानते हैं मामला क्या है।
उत्तर कोरिया ने सीमावर्ती सड़कों को उड़ाया
दक्षिण कोरिया सेना के अनुसार, उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया से जोड़ने वाली सड़कों के उत्तरी हिस्से को उड़ा दिया है। दक्षिण कोरिया के चीफ ऑफ स्टाफ ने मीडिया से एक बयान में कहा कि दोनों देशों को विभाजित करने वाली सैन्य सीमांकन रेखा के उत्तर में सड़क के कुछ हिस्सों को उड़ा दिया गया है। जिन सड़कों को उड़ाया गया है, वे लंबे समय से बंद है। सड़कों पर विस्फोट का एक वीडियो भी सामने आया है।
क्यों उड़ाई सड़कें?
दोनों देशों के बीच हालिया तनाव तब बढ़ा, जब उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर देश की राजधानी प्योंगयांग के ऊपर ड्रोन उड़ाने का आरोप लगाया था। इसके बाद उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने अपने शीर्ष सैन्य और सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई थी। कथित तौर पर बैठक के दौरान किम ने ड्रोन उड़ानों को 'दुश्मन की उकसावे' वाली कार्रवाई बताया और देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए 'तत्काल सैन्य कार्रवाई' की बात कही।
उत्तर कोरिया ने अभी क्यों उठाया ये कदम?
दरअसल, हाल ही में उत्तर कोरिया में भारी बाढ़ आई थी, जिससे हजारों घर नष्ट हो गए थे और सैकड़ों लोग मारे गए और लाखों विस्थापित हुए थे। जानकारों का मानना है कि बढ़ते घरेलू असंतोष से ध्यान हटाने के लिए उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के साथ जानबूझकर इस संघर्ष को बढ़ावा दिया है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने भी दावा किया कि उत्तर कोरिया आंतरिक मामलों पर नियंत्रण मजबूत करने के लिए तनाव बढ़ा रहा है।
प्योंगयांग के ऊपर ड्रोन उड़ाने का मामला क्या है?
उत्तर कोरिया का कहना है कि दक्षिण कोरिया की सेना राजधानी प्योंगयांग के ऊपर ड्रोन उड़ा रही है और सरकार विरोधी प्रचार सामग्री गिरा रही है। आरोप है कि ये ड्रोन कोरियाई वर्कर्स पार्टी की केंद्रीय समिति के मुख्यालय और दूसरी जगहों पर उड़ान भर रहे हैं। इसके बाद उत्तर कोरिया ने सीमा पर तोपों और अन्य सैन्य इकाइयों को दक्षिण कोरियाई सीमा पर तैनात कर दिया है और उकसावे वाली कार्रवाई पर हमले का निर्देश दिया है।
उत्तर कोरिया का दावा- लाखों युवा सेना में शामिल होने के इच्छुक
उत्तर कोरिया ने दावा किया है कि एक ही हफ्ते में करीब 14 लाख युवाओं ने सेना में शामिल होने के लिए नामांकन कराया है। आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) ने बताया कि छात्रों और युवा लीग के अधिकारियों सहित 14 लाख युवाओं ने सेना में शामिल होने के लिए याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं। बता दें कि उत्तर कोरिया के पास 12.8 लाख सक्रिय सैनिक हैं। इसके अलावा करीब 6 लाख सैनिक रिजर्व में हैं।