NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / दुनिया की खबरें / दुनिया-जहां: कितना खूंखार था ISIS प्रमुख अल-कुरैशी और अमेरिका ने उसे कैसे मार गिराया?
    अगली खबर
    दुनिया-जहां: कितना खूंखार था ISIS प्रमुख अल-कुरैशी और अमेरिका ने उसे कैसे मार गिराया?
    कितना खूंखार था ISIS प्रमुख अल-कुरैशी और अमेरिका ने उसे कैसे खत्म किया?

    दुनिया-जहां: कितना खूंखार था ISIS प्रमुख अल-कुरैशी और अमेरिका ने उसे कैसे मार गिराया?

    लेखन प्रमोद कुमार
    Feb 06, 2022
    04:01 pm

    क्या है खबर?

    बीते बुधवार को अमेरिकी सेना ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) के प्रमुख अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी को मार गिराया था।

    अल-कुरैशी ने अमेरिकी सैनिकों के हाथ आने से पहले ही खुद को आत्मघाती जैकेट में लगे बम से उड़ा लिया था। इस धमाके में उसके साथ-साथ उसके परिवार के लोग भी मारे गए, जिनमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं।

    आइये जानते हैं कि अल-कुरैशी कितना खूंखार था और कैसे अमेरिकी सेना ने इस ऑपरेशन को कैसे अंजाम दिया।

    अल-कुरैशी

    2019 में बना था ISIS का सरगना

    अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी ने इस्लामिक स्टेट की स्थापना करने वाले और संगठन के पहले प्रमुख अबु बकर अल-बगदादी की 2019 में मौत के बाद उसकी जगह ली थी।

    बगदादी के विपरीत अल-कुरैशी ने लो-प्रोफाइल रहकर काम किया था।

    उसने ऐसे वक्त पर ISIS की कमान संभाली थी, जब अपने कब्जे में आ चुके इलाकों को गंवाने के बाद संगठन पर अमेरिका, इराक और दूसरे देशों की सेनाओं के हमले बढ़ गए थे।

    जानकारी

    मोसुल यूनिवर्सिटी से की थी इस्लामी न्यायशास्त्र की पढ़ाई

    45 वर्षीय अल-कुरैशी को अब्दुल्ला आमिर मोहम्मद सईद अल-मावला और हाजी अब्दुल्ला कुर्दाश के नाम से भी जाना जाता था। वह एक बेहद खूंखार ऑपरेटर के तौर पर अपनी पहचान रखता था।

    उसका जन्म 1976 में इराक के मोसुल के पास स्थित मुहालाबिया नामक शहर में हुआ था।

    मोसुल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई के दौरान उसने धार्मिक मार्गदर्शन और इस्लामी न्यायशास्त्र में विशेषज्ञता हासिल की। आतंकी संगठन में काम करते हुए उसने हमलों और दूसरी चीजों का अनुभव हासिल किया।

    जानकारी

    सद्दाम हुसैन की सेना का हिस्सा था अल-कुरैशी

    इराक के सुरक्षा अधिकारियों की मानें तो अल-कुरैशी ने कुछ समय तक सद्दाम हुसैन की सेना में भी नौकरी की थी।

    हुसैन की मौत के बाद जब अमेरिका ने इस सेना को भंग करते हुए कई कमांडरों को ब्लैकलिस्ट कर दिया था, तब पूर्व सैनिकों ने अमेरिकी सुरक्षाबलों के खिलाफ हथियार उठा लिए थे।

    अल-कुरैशी भी उन्हीं लोगों में शामिल था, जिन्होंने 2003-2004 के बीच इराक में अमेरिका की मौजूदगी के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष में हिस्सा लिया था।

    गिरफ्तारी

    अल-कुरैशी को 2008 में किया गया था गिरफ्तार

    2008 में अल-कुरैशी अमेरिका के हत्थे चढ़ गया और उसे कैंप बुक्का नाम डिटेंशन सेंटर में रखा गया।

    यहां अल कायदा और ISIS से जुड़े कैदियों को रखा जाता था। दोनों आतंकी संगठनों के बीच यहां से महत्वपूर्ण संबंध शुरू हुए थे।

    अगले साल अल-बगदादी के साथ अल-कुरैशी को भी रिहा कर दिया गया था।

    2014 में अल-कुरैशी ने मोसुल पर कब्जा करने में अल-बगदादी की मदद की और यहीं से वह लगातार आगे बढ़ता गया।

    जानकारी

    खूंखार छवि के साथ आगे बढ़ता गया अल-कुरैशी

    अल-कुरैशी को अपने संगठन में 'डिस्ट्रोयर' के नाम से भी जाना जाता था और उसने अल-बगदादी के नेतृत्व का विरोध करने वाले लोगों को खत्म करने में जरा भी देर नहीं लगाई। इस तरह उसने अपनी एक खूंखार छवि बना ली थी।

    ऑपरेशन

    अमेरिका ने कैसे किया अल-कुरैशी का खात्मा?

    अमेरिकी सेना ने बुधवार रात को उत्तर-पश्चिमी सीरिया के इदलिब प्रांत के आतमेह कस्बे में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया था।

    अमेरिकी सैनिक हेलीकॉप्टरों से यहां स्थित एक तीन मंजिला इमारत के पास पहुंचे और अनाउंटसमेंट करके आम लोगों, बच्चों और महिलाओं को इमारत खाली करने को कहा।

    जब तक अमेरिकी सैनिक तीसरी मंजिल पर मौजूद IS प्रमुख अल-कुरैशी के बाद पहुंचते, उसने खुद को बम से उड़ा लिया। इसमें उसकी पत्नी और दो बच्चे भी मारे गए।

    तैयारी

    दिसंबर से शुरू हो चुकी थी ऑपरेशन की तैयारी

    अमेरिका ने अल-कुरैशी को खत्म करने के ऑपरेशन की तैयारी दिसंबर की शुरुआत में शुरू कर दी थी। अल-कुरैशी के जिंदा होने और ठिकाने की पुष्टि के बाद 20 दिसंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को इसकी जानकारी दी गई।

    उन्हें अल-कुरैशी को जिंदा पकड़ने के विकल्प के बारे में भी बताया गया था।

    एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह काफी पेचीदा ऑपरेशन था क्योंकि ISIS सरगना कभी इमारत से बाहर नहीं आता था।

    ऑपरेशन

    इसलिए टाली गई एयरस्ट्राइक की योजना

    अधिकारी ने बताया कि रेकी के दौरान इलाके में बच्चों और तीन मंजिला इमारत में रहने वाले अन्य परिवारों को देखते हुए एयरस्ट्राइक की जगह हेलिकॉप्टर से छापेमारी का विकल्प चुना गया।

    मंगलवार को रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रमुख जनरल मार्क मिली के साथ एक बैठक में जो बाइडन ने इसे हरी झंडी दिखा दी।

    बाइडन, उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और दूसरे बड़े अधिकारियों को पल-पल की अपडेट दी जा रही थी।

    जानकराी

    सिचुएशन रूम से ऑपरेशन का जायजा ले रहे थे बाइडन

    बुधवार को शाम करीब 5 बजे फ्रांसीसी राष्ट्रपति के साथ फोन पर बात करने के बाद बाइडन सिचुएशन रूम में आए और अन्य अधिकारियों के साथ ऑपरेशन का लाइव अपडेट देखने लगे।

    दूसरी तरफ आतमेह कस्बे से मरीन जनरल फ्रैंक मैकेंजी लगातार सिचुएशन रूम में रिपोर्ट भेज रहे थे।

    उन्होंने बताया कि तीसरी मंजिल पर धमाका होने से पहले अमेरिकी बलों ने पहली मंजिल पर रहे चार बच्चों समेत छह आम नागरिकों को सकुशल निकाल लिया था।

    ऑपरेशन

    अमेरिकी सैनिकों के पहुंचने से पहले अल-कुरैशी ने खुद को उड़ाया

    जैसे ही अमेरिकी सैनिक दूसरी मंजिल पर पहुंचे, वहां मौजूद अल-कुरैशी के सहयोगी और उसकी पत्नी ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में उन्हें ढेर कर दिया गया।

    इसी दौरान वहां मौजूद अलकायदा की एक स्थानीय इकाई के दो हथियारबंद सदस्यों को हेलिकॉप्टर गन से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था।

    अमेरिकी सैनिक तीसरी मंजिल पर पहुंच कर अल-कुरैशी को पकड़ पाते, उसने खुद को बम से उड़ा लिया।

    ऑपरेशन

    ऑपरेशन में बच्चों समेत 13 लोगों की मौत

    जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने बताया कि ये धमाका इतना भीषण था कि न केवल तीसरी मंजिल पर मौजूद सभी लोग मारे गए बल्कि कुछ लोग इमारत से उड़कर बाहर गिर गए।

    मौके पर पहुंचे सीरियाई राहतकर्मियों ने बताया कि हमले में कुल 13 लोग मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश बच्चे और महिलाएं हैं।

    छापेमारी के दौरान एक अमेरिकी हेलिकॉप्टर में तकनीकी खराबी आ गई थी, जिसके बाद उसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।

    जानकारी

    ISIS के लिए बड़ा झटका, अमेरिका ने दी चेतावनी

    एक समय इराक से लेकर सीरिया तक बड़े हिस्से पर हुकुमत चलाने वाले इस्लामिक स्टेट के लिए उसके सरगना का मारा जाना बड़ा झटका है। दूसरी तरफ जो बाइडन ने कहा है कि अमेरिका का यह ऑपरेशन दुनियाभर के आतंकी संगठनों के लिए चेतावनी है।

    जानकारी

    इसी तरह मारा गया था बगदादी

    गौरतलब है कि ISIS की स्थापना करने वाले और संगठन के पहले प्रमुख अबु बकर अल-बगदादी ने भी खुद को इसी तरह बम से उड़ाया था।

    अक्टूबर, 2019 में अमेरिकी सैनिकों ने सीरिया में उसके ठिकाने को घेर लिया था और जब उसके सारे साथी मारे गए तो बगदादी ने एक सुरंग में खुद को आत्मघाती जैकेट से उ़ड़ा लिया। इसमें उसके बच्चों की मौत भी हुई थी।

    बगदादी की मौत के बाद ही कुरैशी IS प्रमुख बना था।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    अमेरिका
    इस्लामिक स्टेट
    सीरिया
    जो बाइडन

    ताज़ा खबरें

    वानखेड़े स्टेडियम में रोहित शर्मा स्टैंड का हुआ उद्घाटन, यहां देखिए वीडियो  रोहित शर्मा
    शाहरुख खान के साथ फिर धमाल मचाएंगी रानी मुखर्जी, 'किंग' में मिली ये खास भूमिका शाहरुख खान
    जोमैटो गोल्ड और स्विगी वन से ऑर्डर हुआ महंगा, यूजर्स करना होगा 'रेन सरचार्ज' का भुगतान जोमैटो
    करण जौहर की फिल्म 'दोस्ताना 2' OTT पर नहीं, सिनेमाघरों में ही होगी रिलीज; जानिए कब करण जौहर

    अमेरिका

    चीन का अमेरिका को बड़ा झटका, हासिल किया सबसे अमीर देश होने का तमगा चीन समाचार
    फाइजर दूसरी कंपनियों को भी देगी कोरोना के खिलाफ अपनी एंटी वायरल दवा बनाने की अनुमति कोरोना वायरस
    वीर दास ने अपने विवादित वीडियो पर दी सफाई, बोले- हिंदुस्‍तान पर गर्व है भारत की खबरें
    अमेरिका ने जारी की एडवायजरी, भारत में अपने नागरिकों को अपराध और आतंकवाद को लेकर चेताया महिलाओं के खिलाफ अपराध

    इस्लामिक स्टेट

    ISIS के मॉड्यूल का पर्दाफाश, अब तक 10 गिरफ्तार, बम धमाके करने की थी योजना दिल्ली
    जिंदा है आतंकी संगठन IS का सरगना बगदादी, सामने आया नया वीडियो श्रीलंका
    कोलकाता में इस्लामिक स्टेट के 4 आतंकी गिरफ्तार, भारत में शरिया कानून स्थापित करना था लक्ष्य भारत की खबरें
    तमिनलाडु के 14 लोगों पर भारत में IS की सेल के लिए फंड जुटाने का आरोप कश्मीर

    सीरिया

    इराक, सीरिया में हार के बाद भारत पर है IS की नजर, श्रीलंका भी खतरे में भारत की खबरें
    ट्रम्प ने पहले दिया ईरान पर हमले का आदेश, फिर वापस लिया फैसला- रिपोर्ट्स ईरान
    अफगानिस्तान: कश्मीर में इस्लामिक स्टेट के लिए भर्ती करने वाला आतंकी कमांडर ड्रोन हमले में ढेर पाकिस्तान समाचार
    इराक और सीरिया में झटके के बाद वैश्विक उपस्थिति बढ़ा रहा इस्लामिक स्टेट, भारत पर नजर भारत की खबरें

    जो बाइडन

    बाइडन ने कहा- भारत की मदद के लिए प्रतिबद्ध; कोविशील्ड के लिए कच्चा माल भेजा जाएगा कोरोना वायरस
    प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडन के बीच बातचीत, कोरोना के कारण बने हालात पर हुई चर्चा भारत की खबरें
    प्रियंका चोपड़ा ने भारत के लिए अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन से वैक्सीन भेजने का किया अनुरोध अमेरिका
    अमेरिका: पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके लोगों को सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनने की जरूरत नहीं अमेरिका
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025