वैक्सीनेशन अभियान: पहली खुराक ले चुके स्वास्थ्यकर्मियों को 13 फरवरी से दी जाएगी दूसरी खुराक
कोरोना वायरस महामारी से निजात पाने के लिए देश में इस समय दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। गत 16 जनवरी से शुरू हुए अभियान में अब तक कुल 45 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है। ऐसे में अब सरकार ने दूसरी खुराक देने की तैयारी शुरू कर ली है। पहली खुराक ले चुके स्वास्थ्यकर्मियों को अब आगामी 13 फरवरी से दूसरी खुराक दी जाएगी। दूसरी खुराक के बाद एंटीबॉडी विकसित होगी।
अब तक 44.49 लाख लोगों को लगाई गई वैक्सीन
बता दें कि सरकार ने गत 16 जनवरी से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटक की 'कोवैक्सिन' के साथ वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की थी। उसके बाद से अब तक 45,93,427 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक लगाई जा चुकी है। इनमें बुधवार को 1,43,875 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। भारत महज 20 दिनों में 45 लाख लोगों को वैक्सीन लगाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है।
13 फरवरी से दी जाएगी दूसरी खुराक- डॉ पॉल
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने बताया कि वैक्सीन की पहली खुराक ले चुके स्वास्थ्यकर्मियों को 13 फरवरी से दूसरी खुराक देना शुरू किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि देश में एडवांस इवेंट फॉलो इम्यूनाइजेशन (AEFI) सिस्टम पहले से मजबूत था और वैक्सीनेशन के उद्देश्य से इसे और मजबूत बनाया गया है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन अभियान में अब तक महज 0.18 प्रतिशत साइड इफेक्ट्स सामने आए हैं।
इन राज्यों में धीमी है वैक्सीनेशन की रफ्तार
स्वास्थ्य सचिव भूषण ने बताया कि देश में 45 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन दी जा चुकी है, लेकिन तमिलनाडु, असम और जम्मू और कश्मीर सहित 11 राज्य और केंद्र शासित में रफ्तार बहुत धीमी है। यहां अब तक 30 प्रतिशत वैक्सीनेशन हो पाया है।
वैक्सीन लगवाने वालों से लिया जा रहा है फीडबैक
स्वास्थ्य सचिव भूषण ने बताया कि वैक्सीन की पहली खुराक ले चुके स्वास्थ्यकर्मियों से अब फीडबैक लिया जा रहा है। इसके जरिए वैक्सीनेश की मौजूदा प्रक्रिया की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने बताया कि सबसे पहले वैक्सीनेशन की पुष्टि के लिए लाभार्थियों को SMS भेजा जा रहा है। उनके वैक्सीन लगने की पुष्टि करने के बाद उन्हें SMS में दिए गए URL पर क्लिक करना होगा और उसमें दिए गए चार सवालों के जवाब देने होंगे।
फीडबैक में पूछे जा रहे हैं यह सवाल
स्वास्थ्य सचिव भूषण ने बताया कि वैक्सीन ले चुके स्वास्थ्यकर्मियों से फीडबैक प्रक्रिया में चार सवाल पूछे जा रहे हैं। इसमें वैक्सीनेशन स्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की गई या नहीं, वैक्सीन लगाने से पहले कर्मचारियों द्वारा उन्हें लगाई जाने वाली वैक्सीन की जानकारी दी गई या नहीं, वैक्सीन लगने के बाद कोई साइड इफेक्ट्स आए या नहीं और क्या वैक्सीनेशन के बाद उन्हें 30 मिनट इंतजार करने को कहा या नहीं आदि सवाल शामिल हैं।
इस तरह लिया जा रहा है फीडबैक
स्वास्थ्य सचिव भूषण ने बताया कि यदि वैक्सीन लेने वाले SMS का जवाब नहीं देते हैं तो उन्हें आउटबाउंड कॉल की जाएगी। पहली कॉल का जवाब नहीं देने पर चार घंटे में दूसरी कॉल की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी का इस प्रक्रिया में भाग लेना अनिवार्य नहीं है। अब तक कुल 37 लाख से अधिक लाभार्थियों को SMS भेजे गए हैं। इनमें से पांच लाख ने जवाब दिया और इनमें से 97.38 प्रतिशत ने प्रक्रिया पर संतुष्टि जताई है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 12,899 नए मामले सामने आए और 107 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,07,90,183 हो गई है। इनमें से 1,54,703 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 1,55,025 हो गई है। सितंबर में महामारी के चरम पर यह संख्या 10 लाख से ज्यादा थी।