
भारत बनाम इंग्लैंड: दूसरे टेस्ट में 50 प्रतिशत दर्शकों को आने की मिली छूट- रिपोर्ट
क्या है खबर?
इंग्लैंड के खिलाफ भारत की घरेलू टेस्ट सीरीज शुरु होने की कगार पर है और इससे पहले क्रिकेट फैंस के लिए बड़ी खुशखबरी है।
दरअसल, तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TNCA) ने 13 फरवरी से शुरु हो रहे दूसरे टेस्ट मैच में 50 प्रतिशत दर्शकों को आने की छूट दे दी है।
इसके अलावा रिपोर्ट के मुताबिक दोनों मैचों में मीडियाकर्मी प्रेस बॉक्स से मैच को कवर कर सकेंगे।
आइए जानते हैं पूरी खबर।
मीटिंग
नई गाइडलाइन आने के बाद हुई TNCA की मीटिंग
हिन्दुस्तान टाइम्स के मुताबिक TNCA के एक बड़े अधिकारी ने PTI को बताया कि दूसरे टेस्ट में 50 प्रतिशत दर्शकों के आने को छूट दे दी गई है।
अधिकारी ने कहा, "दूसरे टेस्ट में दर्शकों को आने की छूट देने के बारे में हमने आपस में बात की। हाल ही में केंद्र सरकार ने खेल मैदानों पर दर्शकों के आने और रविवार को राज्य सरकार द्वारा नई गाइडलाइन जारी होने के बाद हमने मीटिंग की।"
मीडयाकर्मी
मीडियाकर्मी भी प्रेस बॉक्स से कवर कर सकेंगे मुकाबला
TNCA और BCCI ने मिलकर दूसरे टेस्ट में दर्शकों के आने की छूट पर सहमति जताई है।
इसके अलावा दोनों मैचों में मीडियाकर्मी प्रेस बॉक्स से मैच को कवर कर सकेंगे।
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक TNCA का कहना है कि मीडिया के लोगों को सेंट्रल एक्रीडेशन की जरूरत नहीं होगी और उन्हें TNCA मैच कवर करने के लिए एक्रीडेशन प्रदान करेगी।
पहले टेस्ट की शुरुआत में बेहद कम समय बचा है इसीलिए इसमें दर्शक नहीं आ सकेंगे।
अहमदाबाद
अहमदाबाद में भी होंगे 50 प्रतिशत दर्शक
सीरीज का तीसरा और चौथा टेस्ट अहमदाबाद में क्रमशः 24 फरवरी और 04 मार्च से खेले जाएंगे, जिसमें दर्शकों को आने की छूट पहले ही दी जा चुकी है।
इन दोनों मैचों में भी 50 प्रतिशत दर्शकों को आने की छूट रहेगी। अहमदाबाद के स्टेडियम की कुल क्षमता 1,10,000 है।
कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि अहमदाबाद में होने वाले पहले टेस्ट के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी बुलाया जा सकता है।
दर्शक
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में आने लगे हैं दर्शक
हाल ही हुई सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ सभी मैचों में दर्शकों को मैदान में आने की छूट दी थी।
परिस्थितियों के हिसाब से दर्शकों की संख्या में कटौती की गई थी, लेकिन हर मैच में दर्शक मैदान में थे।
इसके अलावा न्यूजीलैंड ने भी अपने यहां खेले गए सभी मैचों में दर्शकों को मैदान में आने दिया था।
अब भारत भी इन देशों की राह पर चलने की तैयारी कर रहा है।