संक्रामकता से लेकर घातकता तक, WHO ने ओमिक्रॉन वेरिएंट के बारे में क्या-क्या कहा?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने रविवार को बयान जारी करते हुए कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। अपने बयान में संगठन ने इस वेरिएंट की संक्रामकता से लेकर इसकी घातकता और टेस्ट इसे पकड़ पाते हैं या नहीं, आदि के बारे में बताया। संगठन ने अपने बयान में मौजूदा वैक्सीनों और दवाओं के ओमिक्रॉन पर प्रभाव के बारे में भी बताया है। आइए जानते हैं कि WHO ने अपने बयान में क्या-क्या कहा है।
कितना संक्रामक है ओमिक्रॉन वेरिएंट?
WHO ने अपने बयान में कहा है कि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट बाकी वेरिएंट से अधिक संक्रामक है या नहीं। बयान में कहा गया है कि दक्षिण अफ्रीका के जो इलाके इस वेरिएंट से प्रभावित हैं, वहां पॉजिटिव पाए जाने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है, लेकिन ये ओमिक्रॉन की वजह से हुआ है या अन्य किसी वजह से, ये समझने के लिए स्टडी की जा रही है।
कितना घातक है वेरिएंट?
WHO के अनुसार, संक्रामकता की तरह अभी ये भी स्पष्ट नहीं है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट अन्य वेरिएंट्स के मुकाबले कितना घातक है। संगठन ने कहा है कि शुरूआती आंकड़ों में दक्षिण अफ्रीका में अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या बढ़ने की बात सामने आई है, लेकिन ये संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि के कारण भी हो सकता है। बयान के अनुसार, अभी ऐसा कोई सबूत नहीं है जो ओमिक्रॉन को अधिक घातक सिद्ध करता हो।
क्या ओमिक्रॉन से पुन: संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है?
इस पर WHO ने कहा है कि शुरुआती सबूत संकेत देते हैं कि ओमिक्रॉन से पुनः संक्रमण का खतरा ज्यादा है। इसका मतलब जो लोग पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वे भी ओमिक्रॉन से संक्रमित हो सकते हैं।
कितनी प्रभावी हैं वैक्सीन और दवाएं?
WHO ने कहा है कि मौजूदा वैक्सीनें ओमिक्रॉन के खिलाफ कितनी प्रभावी हैं, इसकी जांच की जा रही है। उसने कहा है कि वैक्सीनें अभी तक के सभी वेरिएंट्स के खिलाफ प्रभावी पाई गई हैं। उपचार के बारे में WHO ने कहा है कि कोर्टिकोस्टेरॉयड और IL6 रिसेप्टर ब्लॉकर्स आदि ओमिक्रॉन पर भी प्रभावी होंगे। अन्य दवाओं की समीक्षा की जाएगी। WHO के अनुसार, RT-PCR टेस्ट अन्य वेरिएंट्स की तरह ओमिक्रॉन को भी प्रभावी तरीके से पकड़ सकता है।
क्या है ओमिक्रॉन वेरिएंट और इसे खतरनाक क्यों माना जा रहा है?
दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना समेत कई देशों में मिल चुके ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हैं। विशेषज्ञों का कहना है यह वेरिएंट वायरस के अन्य वेरिएंटों की तुलना में अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। इस वेरिएंट के अब तक 100 से अधिक मामले आ चुके हैं। WHO ने इसे 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दिया है और कई देश इस ऐलान के बाद यात्रा प्रतिबंध लागू कर चुके हैं।
सरकारों और लोगों को WHO ने दी ये सलाह
WHO ने सभी देशों से ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकने के लिए पहले से उठाए जा रहे कदमों पर ही ध्यान देने को कहा है, वहीं लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग, फिट मास्क पहनने और भीड़ वाली जगहों से बचने आदि की सलाह दी गई है।