प्रिंस हैरी और मेघन ने शाही परिवार के वरिष्ठ सदस्य पद को त्यागा, जानिए क्यों
क्या है खबर?
ब्रिटेन के शाही परिवार के युवाओं को शोहरत रूपी रूढीवादिता वाली बेड़ियां अब चुभने लगी है। वो अब एक सामान्य जिंदगी चाहते हैं और इसके लिए वह शाही दर्जा भी छोड़ने को तैयार हैं।
इसका पहला उदाहरण प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मेगन मार्कल के रूप में सामने आया है। दोनों ने आम जिंदगी के लिए शाही परिवार के वरिष्ठ सदस्य के पद को त्याग दिया है।
तो आइए जानते हैं कि इस अप्रत्याशित निर्णय के क्या मायने है।
कारण
आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की लालसा
शाही जोड़े ने बुधवार को फैसले का ऐलान करते हुए कहा कि वह अब शाही शोहरत से दूर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनेंगे।
दोनों ने इस मामले में रानी एलिजाबेथ औश्र पिता चार्ल्स हैरी से भी कोई सलाह नहीं की। इससे जाहिर होता है कि शाही परिवार की रूढिवादिता उन्हें बहुत चुभ रही थी।
हैरी ब्रिटिश राज सिंहासन के लिए छठे नंबर के दावेदार हैं। मई 2018 में काफी विवाद के बाद उन्होंने मेगन से शादी की थी।
शाही शादी
2018 में हुई थी हैरी और मेगन की शाही शादी
ब्रिटिश राज सिंहासन के लिए छठे नंबर के दावेदार हैरी ने मेघन से शादी कर शाही नियमों को तोड़ा था।
मेगन अमेरिकन वेब सीरीज 'सूट' के अपने किरदार रेचल जेन के लिए चर्चित तलाकशुदा अमेरिकी अभिनेत्री थी। मई 2018 में उनकी शाही शादी ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया था और इसके बाद दोनों की सार्वजनिक उपस्थिति हुई।
स्टार युगल ने मई 2019 में अपने पहले बच्चे आर्ची हैरिसन का दुनिया में स्वागत किया था।
संघर्ष
लाइमलाइट की जिंदगी से थे परेशान
शादी के बाद हैरी व मेगन हमेशा मीडिया और पापराजी के निशाने पर रहे। इससे वह हर समय लाइमलाइट में तो रहते थे, लेकिन निजी जिंदगी का आनंद नहीं ले पा रहे थे। इससे वह काफी परेशान हो गए थे।
इस जोड़ी ने ITV डॉक्यूमेंट्री में पहली बार मीडिया द्वारा लगातार उनका पीछा किए जाने को लेकर अपने विचार व्यक्त किए थे।
मेघन ने स्वीकार किया कि शाही जीवन और मीडिया से बचना बहुत मुश्किल है ।
धमकी
हैरी ने डेली मेल को दी थी कानूनी कार्रवाई की धमकी
हैरी और मेगन ने वर्ष 2019 में डेली मेल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी देकर कहा था कि वह अब उनके जीवन में मीडिया के हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।
द डेली ने मेघन के निजी पत्र को उनके पिता थॉमस पर केंद्रित किया था, जिसमें लगातार हुए साक्षात्कारों से उन्हें आहत कर दिया था।
हैरी ने विवादित पत्रकारिता पर कहा था कि वह किसी भी सूरत में अपनी पत्नी को परेशान नहीं होने देंगे।
विवाद
भाई से विवाद भी माना जा रहा है बड़ा कारण
बीते साल प्रिंस हैरी ने अपने बड़े भाई प्रिंस विलियम से मीडिया में आई मनमुटाव की बातों को स्वीकार किया था। इस फैसले के पीछे यह भी एक कारण माना जा रहा है।
उसके बाद से ही यह शाही जोड़ा घर से दूर चला गया था और छह सप्ताह तक कनाड़ा में समय बिताया। क्रिसमस का जश्न भी दोनों ने शाही परिवार से दूर ही मनाया था।
वहां से लौटने के बाद उन्होंने यह निर्णय लिया है।
बयान
हैरी और मेघन ने फैसले को बताया नई परंपरा की शुरुआत
हैरी और मेघन ने कहा कि महीनों तक इस पर विचार करने के बाद उन्होंने इस शाही परिवार में नई परंपरा की शुरुआत करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि वो अपना आगे का समय महारानी की सेवा में करते हुए UK और उत्तरी अमेरिका में बिताएंगे।
ऐसे में यह भी माना जा सकता है कि वह शाही परिवार के तौर-तरीके व रूढिवादिता से परेशान हो गए थे और उन्हें आम जिंदगी की जरूरत थी।
बयान
चौंकाने वाली इस घोषणा को बकिंघम पैलेस ने जटिल बताया
घोषणा से नाखुश ब्रिटेन के बकिंघम पैलेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वे एक अलग दृष्टिकोण लेने की उनकी इच्छा को समझते हैं, लेकिन ये जटिल मुद्दे हैं जिन पर काम करने में समय लगेगा।
निष्कर्ष
शाही परिवार की विरासत में जोड़ा नया अध्याय
प्रिंस चार्ल्स की निजी आय से हैरी और मेगन का खर्च उठाया जाता है, लेकिन अब आगे क्या होगा यह स्पष्ट नहीं है। रही पदवी (प्रिंस और क्वीन) की बात तो दोनों की नई वेबसाइट ने इन्हें रखने का सुझाव दिया है।
हालांकि, वे अपना उपनाम माउंटबेटन-विंडसर रख सकते हैं। आमतौर पर इस तरह के फैसले रानी के अनुमोदन से ही होते हैं, लेकिन हैरी-मेगन ने अब शाही परिवार की विरासत में एक नया अध्याय जोड़ दिया है।