कोरोना वैक्सीन: रूस का बड़ा दावा, कहा- दूसरे अंतरिम विश्लेषण में 95 प्रतिशत प्रभावी निकली स्पूतनिक-V
कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही दुनिया को मंगलवार को रूस ने बड़ी खुशखबरी दी है। दसअसल, इन दिनों वैक्सीन तैयार करने में जुटी कई कंपनियां अपनी-अपनी वैक्सीनों के क्लिनिकल ट्रायल में 90 प्रतिशत तक प्रभावी होने के दावे कर रही हैं। इसी बीच अब रूस ने भी दावा किया है कि उसके द्वारा तैयार की गई कोरोना वायरस की वैक्सीन स्पूतनिक-V तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल के दूसरे अंतरिम विश्लेषण में 95 प्रतिशत तक प्रभावी पाई गई है।
पहली खुराक के 42 दिन बाद 95 प्रतिशत प्रभावी पाई गई वैक्सीन- RDIF
न्यूज 18 के अनुसार, रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा संचालित गामालेया रिसर्च इंस्टिट्यूट और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) ओर से जारी किए गए संयुक्त बयान में कहा गया है कि दूसरे अंतरिम विश्लेषण में वैक्सीन ने चौंकाने वाले परिणाम दिए हैं। बयान में कहा गया है कि वैक्सीन वॉलेंटियरों को पहली खुराक दिए जाने के 28 दिन 91.4 प्रतिशत प्रभावी मिली थी, लेकिन पहली खुराक के 42 दिन बार के विश्लेषण में यह 95 प्रतिशत तक प्रभावी मिली है।
किसी भी वॉलेंटियर में सामने नहीं आए गंभीर साइड इफेक्ट
गामालेया रिसर्च इंस्टिट्यूट और RDIF ने अपने बयान में यह भी कहा है कि परीक्षण परिणमों के आधार पर वैक्सीन खासी कारगर साबित होगी। सबसे बड़ी बात यह है कि ट्रायल में शामिल किसी भी वॉलेंटियर में कोई गंभीर साइड इफेक्ट सामने नहीं आए हैं।
वैक्सीन का भारत में शुरू होने वाला है तीसरे चरण का ट्रायल
गामालेया रिसर्च इंस्टिट्यूट और RDIF ने इस वैक्सीन के भारत में ट्रायल और वितरण के लिए हैदराबाद की डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज से करार किया है। कंपनी को भारत में इसके दूसरे और तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल की अनुमति मिल चुकी है। इसके बाद वैक्सीन की एक खेप हैदराबाद भी पहुंच चुकी है। ऐसे में कंपनी अब जल्द ही तीसरे चरण का ट्रायल शुरू करेगी। ऐसे में अब भारत की पहुंच में एक और कारगर वैक्सीन आ गई है।
दुनिया की सबसे सस्ती वैक्सीन होगी स्पूतनिक-V- RDIF
RDIF की ओर जारी बयान में कहा गया है कि स्पूतनिक-V दुनिया की सबसे सस्ती वैक्सीन होगी और हर कोई इसे आसानी से खरीद सकेगा। कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि स्पूतनिक-V की एक खुराक की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 10 डॉलर यानी करीब 700 रुपये होगी। वहीं, रूस के नागरिकों के लिए यह फ्री होगी। कंपनी ने 2021 में 50 करोड़ खुराक उत्पादन करने का लक्ष्य रखा है।
कंपनी ने फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन की कीमत से की तुलना
गामालेया रिसर्च इंस्टिट्यूट की ओर से सोमवार को किए गए ट्वीट में कहा गया था कि फाइजर वैक्सीन की आधिकारिक कीमत 1,446.17 रुपए प्रति खुराक होगी। वहीं मॉडर्ना वैक्सीन की कीमत 1,854.07 रुपए से लेकर 2,744.02 रुपए प्रति खुराक तक हो सकती है। ऐसे में दो खुराकों के लिए 2,892.34 रुपए से लेकर 5,488.04 रुपए तक खर्च करने होंगे। इस हिसाब से स्पूतनिक-V इन दोनों कंपनियों की वैक्सीन की तुलना में सस्ती होगी।
फाइजर, मॉडर्ना और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी भी दे चुकी है खुशखबरी
बता दें कि सोमवार को ऑक्सफर्ड और एस्ट्राजेनेका ने अपने वैक्सीन के पहली खुराक के बाद 90 प्रतिशत और दूसरी खुराक के बाद 62 प्रतिशत प्रभावी होने के साथ 70.4 प्रतिशत प्रभावी होने का दावा किया था। इसके अलावा उसने वैक्सीन के खास डोज पैटर्न से 90 प्रतिशत प्रभावी होने की बात भी कही है। इसी तरह फाइजर ने अपनी वैक्सीन के 95 प्रतिशत और मॉडर्ना ने 94.5 प्रतिशत प्रभावी होने का दावा किया है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 37,975 नए मामले सामने आए और 480 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। रविवार को कम टेस्ट किए जाने के कारण नए मामलों में ये गिरावट आई है। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 91,77,840 हो गई है, वहीं 1,34,218 लोगों को इस खतरनाक वायरस के संक्रमण के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 4,38,667 पर आ गई है।