अमेरिका: बाइडन ने किया कैबिनेट के कुछ बड़े नामों का ऐलान, ओबामा प्रशासन के चेहरे शामिल
अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को अपनी कैबिनेट के कुछ बड़े नामों का ऐलान किया। उन्होंने अपने पुराने सहयोगी एंटनी ब्लिंकेन को विदेश मंत्री नियुक्त किया है, वहीं बराक ओबामा के दूसरे कार्यकाल में विदेश मंत्री रहे जॉन केरी को जलवायु परिवर्तन से संबंधित अहम विभाग का जिम्मा दिया गया है। अमेरिकी खुफिया एंजेसी (CIA) की पूर्व उपनिदेशक अवरिल हेन्स को नेशनल इंटेलिजेंस का निदेशक बनाया गया है और वह ये पद संभालने वाली पहली महिला होंगी।
इन महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियों का भी ऐलान
बाइडन के उपराष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान उनके सुरक्षा सलाहकार रहे जेक सुलिवेन को व्हाइट हाउस का राष्ट्रीय सुरक्षा सुलाहकार (NSA) नियुक्त किया गया है। इसके अलावा बाइडन ने एलेजेंड्रो मयोर्केस को विदेशी आप्रवासन को संभालने वाले डिपोर्मटमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी की जिम्मेदारी सौंपी है। क्यूबा में जन्मे और पेशे से वकील एलेजेंड्रो ये जिम्मेदारी संभालने वाले पहले लैटिन अमेरिकी हैं। वरिष्ठ राजनयिक लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत नियुक्त किए जाने का ऐलान भी किया गया है।
बाइडन बोले- राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति पर बिल्कुल समय नहीं गंवाया जा सकता
अपनी टीम की घोषणा के बाद बयान जारी करते हुए बाइडन ने कहा, "मुझे पहले दिन से ऐसी टीम की जरूरत है जो अमेरिका को वापस शीर्ष पर पहुंचाए, जिस सबसे बड़ी चुनौती का हम सामना कर रहे हैं उससे लिए तैयार हो और हमारी सुरक्षा, समृद्धि और मूल्यों को आगे लेकर जाएं। ये व्यक्ति अनुभवी होने के साथ-साथ कल्पनाशील भी हैं।" उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति को लेकर अब बिल्कुल भी समय नहीं गंवाया जा सकता।"
कौन हैं जॉन केरी?
बाइडन ने सोमवार को जिन नामों का ऐलान किया, वे सभी ओबामा-बाइडन प्रशासन में काम कर चुके हैं और बेहद अनुभवी हैं। विदेश मंत्री रहे जॉन केरी ने ही 2015 में पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते पर अमेरिका के प्रतिनिधि पर तौर पर हस्ताक्षर किए थे और अब उन्हें जलवायु परिवर्तन का खास जिम्मा दिया गया है। केरी 2004 में राष्ट्रपति पार्टी के उम्मीदवार भी रह चुके हैं, लेकिन जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने उन्हें हरा दिया था।
कौन हैं एंटनी ब्लिंकेन?
वहीं विदेश मंत्री बनने जा रहे एंटनी ब्लिंकेन ओबामा प्रशासन में उप विदेश मंत्री और उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रह चुके हैं। इससे पहले वह 1994 से 2001 के बीच राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के साथ भी जुड़े रहे हैं। रिपोर्टर रह चुके ब्लिंकेन को विदेश नीति का अच्छा जानकार माना जाता है और उनके आने के बाद अमेरिकी विदेश नीति में स्थिरता आने की उम्मीद लगाई जा रही है।
ट्रंप को हरा राष्ट्रपति बने हैं बाइडन
रिकॉर्ड संख्या में मेल-इन वोटिंग (डाक के जरिए भेजे गए वोट) के कारण देरी से आए अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन ने रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को अच्छे-खासे अंतर से हराया है। बाइडन को कुल 306 इलेक्टोरल वोट मिले हैं जो जीत के लिए जरूरी 270 इलेक्टोरल वोट से 36 अधिक हैं, वहीं ट्रंप को 232 इलेक्टोरल वोट से ही संतोष करना पड़ा है।