Page Loader
भूकंप: नेपाल में 6 लोगों की मौत, दिल्ली समेत भारत में भी कई जगह हिली धरती
भूकंप से नेपाल में 6 लोगों की मौत

भूकंप: नेपाल में 6 लोगों की मौत, दिल्ली समेत भारत में भी कई जगह हिली धरती

Nov 09, 2022
08:07 am

क्या है खबर?

बुधवार सुबह आए भूकंप से नेपाल में छह लोगों की मौत हो गई है। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 6.6 मापी गई है। राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड समेत भारत के भी कई हिस्सों में इसके जोरदार झटके महसूस किए गए और लोग घरों से बाहर निकल आए। मंगलवार रात लगभग 9 बजे से लेकर बुधवार सुबह लगभग 3 बजे तक नेपाल में चार बार भूकंप के झटके महसूस किए गए।

जानकारी

जमीन के 10 किलोमीटर नीचे था भूकंप का केंद्र

6.6 तीव्रता के भूकंप का केंद्र उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के उत्तर-पूर्व में 158 किलोमीटर जमीन के 10 किलोमीटर अंदर था। इस जोरदार झटके के चलते नेपाल के दोती जिले में एक घर ढहने से छह लोगों की मौत हो गई। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हादसे में पांच लोग भी घायल हुए हैं। प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव अभियान चलाने के लिए नेपाल की सेना को मैदान में उतारा गया है।

भूकंप

भारत ने जानमाल के नुकसान की खबर नहीं

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार आदि इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। सोशल मीडिया पर लोगों ने कुछ वीडियो शेयर किए हैं, जिनमें उनके घरों के पंखे और दूसरे सामान हिलते नजर आ रहे हैं। भारत में भूकंप के कारण जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। हालांकि, दिल्ली और आसपास के इलाकों में करीब 10 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

जानकारी

2015 में भूकंप ने नेपाल में मचाई थी तबाही

भूकंप के ताजा झटकों ने 2015 की याद दिला दी, जब नेपाल में इसके कारण 9,000 लोगों की मौत हुई थी। दरअसल, 2015 में नेपाल में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें हजारों लोगों की जानें गईं और 20,000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इसके बाद लंबे समय तक राहत और बचाव अभियान चलाया गया था। यह आठ दशक से ज्यादा समय बाद नेपाल में आया इतना भयानक भूकंप था।

कारण

क्यों आते हैं भूकंप?

धरती के नीचे मौजूद टेक्टोनिकल प्लेटों में हलचल के कारण भूकंप आते हैं। इसके अलावा ज्वालामुखी फटने और परमाणु हथियारों की टेस्टिंग भी भूकंप ला सकती है। भूकंप की तीव्रता को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है और इसका अंदाजा भूकंप के केंद्र से निकलने वाली तरंगों से लगता है। भूकंप का केंद्र सतह से जितना नीचे होगा, तबाही भी उतनी ही कम होगी। दुनिया के कई क्षेत्र संवेदनशील हिस्से में पड़ते हैं और वहां अकसर भूकंप आते रहते हैं।

सावधानी

न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)

अगर भूकंप के वक्त आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं और किसी मेज या मजबूत फर्नीचर के नीचे सिर और चेहरे को ढंक ले। घर में बिजली के सभी स्विच बंद कर दें और भूकंप के झटके थमने के बाद ही घर से बाहर निकलें। अगर भूकंप के दौरान आप मलबे के नीचे फंस गए हैं तो रूमाल या कपड़े से मुंह कवर करें और किसी तरह आवाज करते रहें ताकि बचाव दल आपकी तलाश कर सके।