कोरोना वायरस: इंसानी ट्रायल में पहुंची 29 संभावित वैक्सीन, छह अंतिम चरण में
कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच इसकी वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। रूस ने सबको चौंकाते हुए इसकी पहली वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। हालांकि, विशेषज्ञ इसकी प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं। दूसरी तरफ कुल 29 वैक्सीन्स इंसानी ट्रायल के चरण में पहुंच चुकी हैं। इनमें से छह के अंतिम चरण के ट्रायल जारी हैं। उम्मीद है कि इनमें से कुछ साल के अंत तक उपलब्ध हो सकेंगी।
ट्रायल के अंतिम चरण में हैं ये वैक्सीन्स
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रेजेनेका की कोविशील्ड, चीनी कंपनी सिनोवैक की संभावित वैक्सीन, एक और चीनी कंपनी सिनोफार्म बीजिंग और वुहान स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ बॉयोलॉजिकल प्रोडक्ट्स के साथ मिलकर दो संभावित वैक्सीन पर काम कर रही है, जो अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। इनके अलावा मॉडर्ना, बायोनटेक और फाइजर की संभावित वैक्सीन भी इंसानी ट्रायल के अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। चीन की दो और संभावित वैक्सीन दूसरे चरण में पहुंच चुकी हैं।
1/2 चरण में है 10 वैक्सीन
वहीं 10 संभावित वैक्सीन्स ऐसी हैं, जिनके इंसानी ट्रायल शुरू हो चुके हैं और वो 1/2 चरण में पहुंच चुकी हैं। इनमें से चीन, जापान, दक्षिण कोरिया और बेल्जियम की एक-एक संभावित वैक्सीन हैं। भारत की दो वैक्सीन्स इन 10 में शामिल है। भारत बायोटेक और कैडिला हेल्थकेयर की तरफ से तैयार की जा रही संभावित वैक्सीन के 1/2 चरण के ट्रायल जारी हैं। वहीं 11 संभावित वैक्सीन ऐसी हैं, जो इंसानी ट्रायल के पहले चरण में हैं।
138 वैक्सीन प्री-क्लिनिकल ट्रायल में
प्री-क्लिनिकल ट्रायल में किसी संभावित वैक्सीन को जानवरों पर जांचा जाता है। इस ट्रायल में हरी झंडी मिलने के बाद इंसानी ट्रायल शुरू होते हैं। फिलहाल 138 संभावित वैक्सीन्स प्री-क्लिनिकल ट्रायल में हैं। भारत की भी कई वैक्सीन इस चरण में है।
भारत में तीन संभावित वैक्सीन के चल रहे ट्रायल- प्रधानमंत्री
15 अगस्त को 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने जानकारी दी थी कि भारत में तीन संभावित वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों की तरफ से हरी झंडी मिलते इनका बड़े स्तर पर उत्पादन शुरू हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं और वैक्सीन आते ही कम से कम समय में इन्हें जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाएगा।
भारत में जारी है इन संभावित वैक्सीन के ट्रायल
प्रधानमंत्री मोदी ने जिन तीन वैक्सीन का जिक्र किया, उनमें से एक भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' है। इसका 12 शहरों में ट्रायल जारी है। दूसरी संभावित वैक्सीन 'ZyCoV-D' है। 6 अगस्त से इसके इंसानी ट्रायल का दूसरा चरण शुरू हुआ है। तीसरी और आखिरी संभावित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रेजेनेका द्वारा तैयार की जा रही संभावित वैक्सीन 'कोविशील्ड' है। इसके लिए पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने एस्ट्रेजेनेका से करार किया है।
बड़े स्तर पर उत्पादन शुरू करने की तैयारी में SII
खुराकों के उत्पादन के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी SII ने एस्ट्रेजेनेका के साथ वैक्सीन के उत्पादन के लिए करार किया है। कंपनी ने इसकी करोड़ों खुराक बनाने के लिए तैयारी कर ली है। बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने SII को भारत और अन्य कम आय वाले देशों में भेजने के लिए खुराक बनाने के लिए आर्थिक मदद दी है। इस वजह से भारत में मिलने वाली वैक्सीन की खुराक की कीमत लगभग 225 रुपये होगी।