सिक्किम और पूर्वी लद्दाख के करीब सीमाई इलाकों में पक्के कैंप बना रही चीनी सेना- रिपोर्ट
भारत के साथ चल रहे विवाद के बीच चीनी सेना ने सीमा पर पक्के कैंप बनाने शुरू कर दिए हैं, जिससे उसकी आवाजाही सुगम और तेज हो सकेगी। शीर्ष सरकारी सूत्रों ने बताया है कि भारतीय एजेंसियों ने सीमाई इलाकों में कंक्रीट के ढांचों के साथ चीनी सेना के नए कैंप देखे हैं। चीन पिछले कई सालों से सीमा पर अपना आधारभूत ढांचा मजबूत करता आ रहा है। इससे सेना की तुरंत तैनाती में मदद मिलती है।
कहां-कहां बनाए गए ऐसे ठिकाने?
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि चीन ने उत्तरी सिक्किम के नाकु ला इलाके से कुछ ही किलोमीटर दूरी पर एक कैंप बनाया है। इसके अलावा चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में भी सीमा से अपनी तरफ कंक्रीट के ढांचों वाले कैंप तैयार किए हैं। सूत्रों ने कहा कि सीमाई इलाकों में इस तरह के पक्के ठिकानों की मदद से चीन की हर स्थिति में प्रतिक्रिया देने की क्षमता काफी बढ़ गई है।
स्थिति पर नजर रख रही हैं भारतीय एजेंसियां
इन पक्के ठिकानों की मदद से चीन को भारतीय इलाकों के समीप अपने जवान तैनात करने और जरूरत पड़ने पर आगे भेजने में मदद मिलेगी। बताया जा रहा है कि इन ठिकानों को सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। इनकी सुरक्षा के लिए भी खास बंदोबस्त किए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि भारतीय सेना और दूसरी एजेंसियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और ताजा हालातों की समीक्षा की जा रही है।
पिछले साल जून में हुई थी झड़प
बीते साल जून में भारत और चीन के सैनिकों की बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हुए थे। इसके बाद बढ़े तनाव के बीच भारत और चीन ने LAC पर सैन्य तैनाती को बढ़ा दिया था। उसके बाद से तनाव कम करने के लिए दोनों देश कई दौर की बैठकें कर चुके हैं। इनमें हुए समझौते के तहत भारत और चीन ने पैंगोंग झील से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है।
हॉट स्प्रिंग, गोगरा और देपसांग से सैनिक नहीं हटा रहा चीन
कई दौर की बातचीत के बावजूद चीन ने हॉट स्प्रिंग, गोगरा और देपसांग से अपने सैनिकों को वापस बुलाने से इनकार कर दिया है। द प्रिंट ने सुरक्षा सूत्रों के हवाले से लिखा है कि चीन LAC के पास सैनिक और साजोसामान में लगातार बढ़ोतरी करते जा रहा है। इसे देखते हुए भारत ने उस इलाके में हजारों सैनिकों को तैनात कर दिया है। साथ ही अतिरिक्त उपकरणों और हथियारों को वहां भेजा गया है।
अगले दौर की वार्ता का इंतजार
पिछले महीने एक वर्चुअल बैठक के दौरान भारत और चीन जल्द ही अगले दौर की बातचीत के लिए रजामंद हुए थे। बैठक में तय हुआ था कि कोर कमांडर स्तर की 12वें दौर की बातचीत में सभी विवादित इलाकों से सैनिकों को पीछे हटाने पर चर्चा की जाएगी। अभी तक इस बातचीत की तारीख तय नहीं हुई है। अप्रैल में दोनों देशों के बीच 11वें दौर की बातचीत हुई थी, जिसमें भारत ने सैनिक वापसी पर जोर दिया था।