सैनिकों की मौत स्वीकार करने के बाद चीन ने जारी किया गलवान हिंसा का वीडियो
चीन ने पिछले साल गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प का एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में एक नदी के किनारे दोनों देशों के सैनिकों को आमने-सामने देखा जा सकता है। ज्यादातर सैनिकों ने अपने हाथों में लाठियां और शील्ड पकड़ी हुई हैं। चीन की सरकारी मीडिया ने यह वीडियो जारी किया है और इसके जरिए यह दिखाने की कोशिश की गई है कि भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों पर आक्रामण किया था।
रात में चोटी पर खड़े दिख रहे हैं दोनों तरफ के सैनिक
चीनी मीडिया द्वारा जारी किए गए इस वीडियो में भारतीय सैनिकों को बड़ी संख्या में नदी पार करके चीनी सैनिकों की तरफ आते हुए देखा जा सकता है। कुछ चीनी सैनिक उन्हें रोकने की कोशिश करते हैं और एक चीनी अधिकारी भी अपने सैनिकों को कुछ निर्देश दे रहा है। वीडियो में रात के समय दोनों तरफ के सैनिकों को फ्लैशलाइट, शील्ड और लाठियों के साथ एक चोटी पर खड़े हुए देखा जा सकता है।
वीडियो में बताए गए झड़प में मारे गए चीनी सैनिकों के नाम
वीडियो में चीन के एक घायल सैनिक को भी दिखाया गया है जिसके सिर से खून बह रहा है और उसका पूरा चेहरा खून से लथपथ हो गया है। कुछ चीनी सैनिक उसके सिर पर कपड़ा बांध रहे हैं। वीडियो के अंत में घटना में शहीद हुए चार अधिकारियों और जवानों के नाम भी बताए गए हैं। चीन ने शुक्रवार को ही इन सैनिकों के शहीद होने और उन्हें वीरता पुरस्कार दिए जाने की बात स्वीकारी थी।
चीनी मीडिया ने जारी किया है यह वीडियो
इसलिए चीन ने अचानक से जारी किया मौत का आंकड़ा और वीडियो
शुक्रवार से पहले गलवान हिंसा में मारे गए अपने सैनिकों का कोई आंकड़ा जारी नहीं करने वाले चीन के अब अचानक से यह आंकड़ा और वीडियो जारी करने के पीछे रूस से आई एक रिपोर्ट को माना जा रहा है। दरअसल, रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी TISS ने हाल ही में अपनी एक रिपोर्ट में गलवान हिंसा में चीन के 45 सैनिकों के मरने की बात कही थी और इसी के बाद से चीन डैमेज कंट्रोल में लगा हुआ है।
क्या हुआ था गलवान घाटी में?
बीते साल 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प हो गई थी। यह हिंसक झड़प उस समय शुरू हुई जब भारतीय सैनिक भारतीय सीमा में चीनी सैनिकों द्वारा लगाए गए टेंट को हटाने गए थे। इस दौरान चीनी सैनिकों ने पत्थर, रॉड और कंटीले तारों से उन पर हमला कर दिया। इस झड़प में एक कर्नल समेत भारत के 20 जवान शहीद हुए थे, जबकि चीन ने अपने नुकसान की जानकारी नहीं दी थी।
पिछले दो हफ्ते में कम हुआ है LAC पर तनाव
बता दें कि पिछले दो हफ्ते में भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम हुआ है और दोनों देशों ने तय समझौते के तहत पैंगोंग झील के दोनों किनारों से अपनी सेनाएं पीछे हटा ली हैं। इसके बाद अब दोनों देशों में देपसांग, गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स से सेनाओं को पीछे हटाने पर बातचीत होगी और इसी सिलसिले में आज चुशूल सब-सेक्टर में चीन की तरफ स्थित मोल्डो में सैन्य स्तर की बैठक होनी है।