कराची हमलाः अपनी बहादुरी से इस महिला पुुलिस अधिकारी ने बचाई कई जानें

पाकिस्तान के कराची शहर में शुक्रवार को चीनी वाणिज्य दूतावास पर आतंकी हमला हुआ था जिसमे दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी और तीन हमलावरों को मार गिराया गया था। इस हमले को नाकाम करने में सिंध की सीनियर सुप्रिटेंडेंट ऑफ पुलिस (SSP) सुहाय अजीज तलपुर ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने हथियारों से लैस हमलावरों को दूतावास परिसर में घुसने से रोक दिया था। यह जानकारी सामने आने के बाद पूरे पाकिस्तान में सुहाय की तारीफ हो रही है।
हमलावर जब दूतावास परिसर में घुसने की कोशिश कर रहे थे, उस समय पुलिस ने उनका सामना करते हुए उनकी यह योजना नाकाम कर दी। पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि सुहाय ने इस हमले को रोकने में अहम भूमिका निभाई है वरना इस हमले से काफी नुकसान हो सकता था। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी सुहाय की बहादुरी के किस्से की तारीफ हो रही है। बता दें सुहाय पाकिस्तान में ट्विटर पर जमकर ट्रेंड कर रही थीं।
सुहाय सिंध के 'तांडो मोहम्मद खान' शहर के 'भाई खान तलपुर' गांव की रहने वाली हैं। उनके पिता राजनीतिक कार्यकर्ता और लेखक हैं। सुहाय साल 2013 में पाकिस्तान सिविल सेवा की परीक्षा पास कर पुुलिस में शामिल हुई थीं। वे निचले सिंध प्रांत की पहली महिला SSP हैं। सुहाय ने कहा कि उनके परिवार वाले उन्हें चार्टर्ड अकाउंटेट बनाना चाहते थे लेकिन, उन्हें इस काम में कोई सामाजिक सरोकार नजर नहीं आया। इसलिए उन्होंने सिविल सेवा का एग्जाम दिया।
आज भले ही पूरे पाकिस्तान में सुहाय की बहादुरी के किस्सों की चर्चा हो रही है, लेकिन एक समय उन्हें अपना गांव छोड़ना पड़ा था। दरअसल, सुहाय के पिता ने जब उनका दाखिला किसी प्राइवेट स्कूल में कराया तब उनके रिश्तेदार और गांव वाले उनके परिवार के खिलाफ हो गए थे। सुहाय के पिता अजीज ने बताया कि उनके रिश्तेदारों ने उस समय उनसे रिश्ता तोड़ लिया था, क्योंकि वो सुहाय को पढ़ाना चाहते थे।