आज से शुरू होगा हॉकी वर्ल्ड कप, जानिये भारतीय टीम का इतिहास और अन्य जानकारियां
14वां पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप आज से शुरू हो रहा है। इस बार वर्ल्ड कप भारत में खेला जा रहा है। टूर्नामेंट के सभी मैच ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में खेले जाएंगे। टूर्नामेंट में भाग ले रही 16 टीमों को चार ग्रुप में बांटा गया है। उद्घाटन मुकाबला बेल्ज़ियम और कनाडा के बीच आज शाम पांच बजे खेला जाएगा। भारत को अपना पहला मुकाबला आज रात सात बजे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलना है। जानें वर्ल्ड कप की खास बातें।
43 सालों से हॉकी वर्ल्ड कप नहीं जीता है भारत
एक समय था जब भारत हॉकी में काफी मजबूत टीम मानी जाती थी, लेकिन फिलहाल भारतीय टीम का प्रदर्शन बड़े टूर्नामेंट में उतना अच्छा नहीं रहा है। भारतीय टीम ने 1975 में पहली बार हॉकी वर्ल्ड कप जीता था, लेकिन तब से टीम ने दोबारा कभी वर्ल्ड कप हासिल नहीं किया। 1998 से लेकर 2014 तक भारतीय टीम की हालत बेहद खराब रही है। 1975 के बाद से भारतीय टीम ने कभी टॉप-3 में फिनिश नहीं किया है।
तीसरी बार भारत में खेला जा रहा है वर्ल्ड कप
भारत में सबसे पहले हॉकी वर्ल्ड कप का आयोजन 1982 में मुंबई में किया गया था। भारतीय टीम टूर्नामेंट में पांचवे स्थान पर रही थी। 2010 में दिल्ली में हुए वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का प्रदर्शन और भी निराशाजनक रहा था। टूर्नामेंट में भारतीय टीम आठवें स्थान पर रही थी। इस बार भुवनेश्वर में हो रहे वर्ल्ड कप से भारतीय दर्शकों को काफी उम्मीदें हैं। भारतीय टीम काफी युवा है और फिलहाल उनकी विश्व रैंकिंग पांचवी है।
2018 वर्ल्ड कप के बारे में रोचक तथ्य
इस बार वर्ल्ड कप में भाग ले रही 16 टीमों मे से केवल चार टीमों ने ही 2014 वर्ल्ड कप में भाग लिया था। 2014 वर्ल्ड कप खेलने वाली टीमें भारत, नीदरलैंड, जर्मनी और स्पेन हैं। ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप में खेल रही सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग वाली टीम है तो वहीं फ्रांस (20) की रैंकिंग सबसे नीचे है। वर्ल्ड कप 19 दिनों तक चलेगा और टूर्नामेंट में 36 मैच खेले जाएंगे। चीन की टीम इस वर्ल्ड कप में डेब्यू कर रही है।
एक मैच में खेले जाएंगे चार क्वार्टर
यह चार क्वॉर्टर के नियम के साथ होने वाला पहला वर्ल्ड कप है। इसमें 15-15 मिनट के चार क्वार्टर खेले जाएंगे। पेनल्टी कॉर्नर मिलने या फिर गोल होने के बाद 40 सेकेंड का टाइम-आउट दिया जाएगा।
सभी 16 टीमों को चार अलग-अलग ग्रुप में बांटा गया है
प्रत्येक टीम ग्रुप स्टेज में अन्य तीन टीमों के साथ एक-एक मैच खेलेगी। अंक तालिका में शीर्ष पर रहने वाली टीम क्वार्टर फाइनल में प्रवेश करेगी। दूसरे और तीसरे नंबर पर रहने वाली टीम प्रवेश के लिए क्रॉसओवर मैच खेलेंगी। सबसे अंतिम रहने वाली टीम टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगी। ग्रुप ए- अर्जेंटीना, न्यूजीलैंड, स्पेन और फ्रांस ग्रुप बी- ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, आयरलैंड और चीन ग्रुप सी- भारत, बेल्जियम, कनाडा और दक्षिण अफ्रीका ग्रुप डी- नीदरलैंड, जर्मनी, मलेशिया और पाकिस्तान
हॉकी वर्ल्ड कप का इतिहास
हॉकी वर्ल्ड कप के इतिहास में पाकिस्तान सबसे सफल टीम रही है। पाकिस्तान ने चार बार 1971, 1978, 1982 और 1994 में वर्ल्ड कप जीता है। नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने 3-3 बार वर्ल्ड कप जीता है तो वहीं जर्मनी दो बार विश्वविजेता बनी है। वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा 64 जीत और 276 गोल ऑस्ट्रेलिया के नाम हैं। नीदरलैंड के खिलाड़ी पॉल लिटजंस ने वर्ल्ड कप इतिहास में सबसे ज्यादा 26 गोल दागे हैं।