प्रधानमंत्री मोदी ने याद किए जवानी के दिन, कहा- सोचता था मुंबई जा पाऊंगा या नहीं
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बातचीत के दौरान अपने बचपन और जवानी के दिनों को याद किया।
मशहूर फेसबुक पेज 'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री चुने जाने से पहले के अपने जीवन, संघर्ष, उम्मीदों के बारे में बताया।
बातचीत में उन्होंने बताया कि वे दीवाली के दौरान कुछ दिनों के लिए जंगल में चले जाते थे।
आइये जानते हैं इस बातचीत में उन्होंने अपनी किन-किन बातों का खुलासा किया।
सपना
मुंबई जाने का सपना था- प्रधानमंत्री मोदी
'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई बातचीत पोस्ट की है।
5 जनवरी को की गई पहली पोस्ट के अनुसार, मोदी ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर उनके पिता की चाय की दुकान होती थी। वे सुबह उठते ही दुकान खोलने जाते और इसके बाद स्कूल जाते थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि वे हमेशा लाइब्रेरी में जाकर पढ़ना चाहते थे।
उन्होंने बताया कि वे सोचा करते थे कि वे कभी मुंबई जा पाएंगे या नहीं।
हिमालय
17 की उम्र में गए थे हिमालय
दूसरी पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी के हिमालय जाने के बारे में बताया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने 17 साल की उम्र में हिमालय पर जाने के लिए घर छोड़ दिया था।
उन्होंने बताया कि वे हमेशा दूसरों की सेवा करना चाहते थे। उन्होंने बताया कि हमेशा देश की सेवा करना चाहते थे, लेकिन उन्हें इसका तरीका मालूम नहीं था।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिमालय प्रवास के दौरान उन्हें खुद को पहचानने का मौका मिला।
अहमदाबाद
हिमालय से लौटकर गए अहमदाबाद
हिमालय से लौटने के बाद नरेंद्र मोदी ने यह ठान लिया था कि उन्हें अपना जीवन दूसरों की सेवा में लगाना है।
हिमालय से लौटकर नरेंद्र मोदी अहमदाबाद गए और अपने अंकल के साथ कैंटीन में काम करने लग गए।
इसी दौरान वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पूर्णकालिक प्रचारक बने और अलग-अलग लोगों से मिलते रहे।
उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्होंने खाना भी बनाया और बर्तन भी धोये।
आत्मचिंतन
आत्मचिंतन के लिए जाते थे जंगल
अपने व्यस्त जीवन के बावजूद नरेंद्र मोदी अपने लिए समय निकालना नहीं भूलते हैं। दीवाली के दौरान प्रधानमंत्री मोदी कुछ दिनों के लिए जंगल में चले गए थे।
जब लोग उनकी इस आदत के बारे में पूछते थे तो उनका जवाब होता था कि वे खुद से मिलने जंगल में जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि उनके लिए भागदौड़ भरी जिंदगी से यह ब्रेक लेना बहुत फायदेमंद होता था। इस दौरान आत्मचिंतन करने से उन्हें काफी ताकत मिलती थी।
जानकारी
सभी को लेना चाहिए ब्रेक
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि लोगों को कुछ समय का ब्रेक लेना चाहिए। इस दौरान उन्हें सोच-विचार और आत्ममंथन करना चाहिए, जिससे उनका नजरिया बदलेगा। उन्होंने कहा कि प्रकाश हमारे भीतर होता है इसके लिए बाहर झांकने की जरूरत नहीं है।