
पाकिस्तान: क्या रहे अंतिम नतीजे और कौन बन सकता है प्रधानमंत्री?
क्या है खबर?
पाकिस्तान में आम चुनाव के नतीजे आखिरकार घोषित हो गए। पाकिस्तानी चुनाव आयोग ने 60 घंटे से अधिक समय तक मतगणना के बाद रविवार को अंतिम नतीजे जारी किए।
इस चुनाव में नेशनल असेंबली में सबसे अधिक 101 सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीती हैं, जिनमें से 93 सीटें इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के समर्थित उम्मीदवारों के पास हैं।
आइए जानते हैं कि नतीजों के बाद क्या समीकरण बन रहे हैं और कौन सरकार बना सकता है।
नतीजे
क्या रहे चुनावी नतीजे?
पाकिस्तान चुनाव आयोग के अनुसार, नेशनल असेंबली की कुल 265 में से 264 सीटों के नतीजे घोषित हुए हैं, जबकि NA-88 सीट के नतीजों को खारिज कर दिया गया और इस सीट पर 15 फरवरी को दोबारा से मतदान होगा।
यहां 264 सीटों में से निर्दलीय उम्मीदवार को 101 सीटें, पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) को 71, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) को 54, मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) को 17 और अन्य को 11 सीटें मिली हैं।
सरकार गठन
पाकिस्तान में सरकार गठन का क्या है गणित?
पाकिस्तान में सरकार गठन के लिए नेशनल असेंबली की कुल 265 सीटों में से 133 सीटें चाहिए।
यहां त्रिशंकु जनादेश के बाद PML-N नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो जरदारी की पार्टी PPP ने गठबंधन की सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी है।
इस दोनों पार्टियां भी संयुक्त रूप से भी बहुमत का आंकड़ा पाने से 6 सीटें दूर हैं। उन्हें सत्ता हासिल करने के लिए MQM जैसे अन्य छोटे दलों को अपने साथ लाना होगा।
बहुमत
MQM के साथ आने से बन सकती है गठबंधन की सरकार
दरअसल, नेशनल असेंबली में PML-N के पास 73, PPP के पास 54 और MQM के पास 17 सीटें है। अगर ये तीनों दल साथ आ जाते हैं तो कुल सीटों की संख्या 144 हो जाएगी और ये बहुमत से आंकड़े से 11 सीटें अधिक है।
प्रधानमंत्री
कौन बन सकता है पाकिस्तान का अगला प्रधानमंत्री?
रविवार को MQM के एक प्रतिनिधिमंडल ने PML-N नेता नवाज से मुलाकात करते हुए नई सरकार गठन और अन्य कई महत्वपूर्ण विषयों पर बात की।
इस चुनाव में PML-N दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और इस लिहाज से गठंबधन की सरकार में PPP नेता बिलावल भुट्टो के प्रधानमंत्री बनने के कम ही आसार हैं।
ऐसे में नवाज के चौथी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाल सकते हैं और उन्हें सेना का समर्थन भी प्राप्त है।
PTI
सबसे अधिक सीटें जीतने वाली PTI के सामने क्या मुश्किलें हैं?
PTI ने चुनाव नतीजों में धांधली का आरोप लगाते हुए अपनी जीत का दावा किया है।
विश्लेषकों का दावा है कि PTI समर्थित उम्मीदवारों के सबसे अधिक सीटें जीतने के बावजूद भी पार्टी की सरकार बनने में कई अचड़नें हैं।
पहली ये है कि पार्टी प्रमुख इमरान खान जेल में बंद हैं और वह किसी भी सरकार का हिस्सा नहीं बन सकते हैं।
दूसरी ये है कि सेना किसी भी कीमत पर PTI को सत्ता में नहीं आने देगी।
पंजाब
राज्यों में क्या रहे नतीजे?
चुनाव आयोग ने नेशनल असेंबली के अलावा 4 प्रांतों में हुए चुनावों के नतीजे भी घोषित कर दिए।
पंजाब प्रांत की कुल 297 सीटों में से 296 सीटों पर मतदान हुआ था। इनमें निर्दलीय उम्मीदवारों को 138 सीटें मिलीं, जो PTI समर्थित नहीं हैं। PML-N को 137 सीटें, PPP को 10 सीटें और अन्य को 8 सीटें मिलीं।
दूसरी ओर सिंध प्रांत की 130 सीटों में से PPP को 84, MQM को 28 और 18 सीटें अन्य दलों को मिलीं।
बलूचिस्तान
खैबर पख़्तूनख्वाह और बलूचिस्तान प्रांत में किसकी हुई जीत?
खैबर पख़्तूनख्वाह प्रांत की 150 सीटों पर हुए चुनाव में 90 सीटें PTI समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीतीं, जबकि जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (JUI-F) ने 7 सीटें और PML-N ने 5 सीटें और अन्य दलों ने शेष सीटें जीती हैं।
दूसरी ओर बलूचिस्तान प्रांत की 51 सीटों में से 50 पर हुए चुनाव में PPP और (JUI-F) को 11-11 सीटें मिली हैं, PML-N ने 10 सीटें जीती हैं। इसके अलावा 6 सीटें निर्दलीय और शेष सीटें अन्य दलों को मिली है।