अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इन खिलाड़ियों ने संन्यास लेने के बाद दोबारा की मैदान में वापसी
इंग्लिश ऑलराउंडर मोईन अली ने अपना संन्यास का फैसला त्यागकर फिर से इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के बाद मोईन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी एशेज सीरीज के लिए इंग्लिश टीम में शामिल कर लिया गया है। वैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह पहला मौका नहीं है जब किसी क्रिकेटर ने संन्यास के बाद मैदान पर वापसी की है। आइए संन्यास के बाद वापसी करने वाले नामी क्रिकेटर्स के बारे में जानते हैं।
मोईन अली (इंग्लैंड)
मोईन ने सीमित ओवर क्रिकेट और फ्रेंचाइजी क्रिकेट के अपने करियर को लम्बा खींचने के लिए टेस्ट क्रिकेट से किनारा किया था। उन्होंने सितंबर, 2021 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उन्होंने अपना पिछला टेस्ट मैच भारत के खिलाफ खेला था। इंग्लैंड के प्रमुख स्पिनर जैक लीच के चोटिल होने के बाद मोईन की टीम में वापसी को लेकर इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने अपील की थी जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
अंबाती रायडू (भारत)
मध्यक्रम में भारत के शानदार बल्लेबाज रहे अंबाती रायडू भी संन्यास के बाद मैदान में वापसी करने वाले खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। वनडे क्रिकेट विश्व कप 2019 से पहले रायडू लगातार भारतीय टीम का हिस्सा थे। लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद उन्हें विश्व कप की 15 सदस्यीय भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल नहीं किया था। इसके बाद रायडू ने संन्यास ले लिया था। हालांकि, 3 महीने बाद ही रायडू ने संन्यास का फैसला वापस ले लिया था।
केविन पीटरसन (इंग्लैंड)
पूर्व विस्फोटक इंग्लिश बल्लेबाज केविन पीटरसन ने टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मई, 2012 में वनडे से संन्यास ले लिया था। हालांकि, दो माह बाद ही उन्होंने अपने निर्णय को बदलकर वनडे टीम में वापसी की इच्छा प्रकट की थी। 2013 में उन्होंने 9 मैचों में 256 रन बनाए और फिर टीम से बाहर हो गए थे। उन्होंने 2013 में इंग्लैंड के लिए आखिरी बार सीमित ओवर और 2014 में आखिरी टेस्ट मैच खेला था।
कार्ल हूपर (वेस्टइंडीज)
अपने समय के वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज कप्तान कार्ल हूपर ने वर्ष 1999 में वनडे विश्व कप से पहले संन्यास लेकर सबको हैरानी में डाल दिया था। हालांकि, इसके 2 साल बाद उन्होंने क्रिकेट में वापसी की और वनडे विश्व कप 2003 तक टीम के कप्तान रहे। विश्व कप में खराब प्रदर्शन के बाद उन्होंने फिर संन्यास की घोषणा कर खेल को अलविदा कह दिया था। संन्यास से वापसी के बाद उन्होंने 45 वनडे मैचों में 1,149 रन बनाए थे।
ब्रेंडन टेलर (जिम्बाब्वे)
जिम्बाब्वे के महान खिलाड़ियों में से एक ब्रेंडन टेलर ने वनडे विश्व कप 2015 के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। इसके बाद उन्होंने 2 साल तक काउंटी क्रिकेट खेली। 2017 में कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए वापसी की। इसके बाद अगले 4 साल तक उन्होंने जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। साल 2021 में उन्होंने हमेशा के लिए क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
शाहिद अफरीदी और इमरान खान (पाकिस्तान)
संन्यास के बाद वापसी करने वालों में पाकिस्तान के खिलाड़ियों की संख्या अधिक रही है। शाहिद अफरीदी ने 2006 में टेस्ट से संन्यास लेने के बाद 2010 में एक मैच खेला और फिर संन्यास ले लिया था। वनडे विश्व कप 2011 के बाद संन्यास लेने बाद वापसी करते हुए उन्होंने 2015 का विश्व कप खेला था। 1987 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले इमरान खान ने वनडे विश्व कप 1992 में वापसी की और पाकिस्तान को चैंपियन बनाया था।