लोकसभा चुनाव से पहले हुए विधानसभा उपचुनाव में बराबरी पर छूटी कांग्रेस-भाजपा की लड़ाई
लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान और हरियाणा की एक-एक विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के परिणामों में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की टक्कर बराबरी पर छूटी। दोनों ने एक-एक सीट पर कब्जा किया। जहां कांग्रेस ने राजस्थान की रामगढ़ विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की है, वहीं हरियाणा की जींद सीट पर भाजपा ने कब्जा जमाया। इन उपचुनावों के नतीजों का आने वाले लोकसभा चुनाव पर बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ने की उम्मीद है।
रामगढ़ में जीती कांग्रेस
राजस्थान की रामगढ़ सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी साफिया जुबेर खां ने 12,228 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें कुल 83,311 वोट मिले। दूसरे नंबर पर भाजपा के प्रत्याशी सुखवंत सिंह रहे, उन्हें 71,053 वोट मिले। साफिया को कुल वोटों का 44.77 प्रतिशत और सुखवंत को 38.20 प्रतिशत हिस्सा हासिल हुआ। सीट पर एक अन्य प्रत्याशी पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के बेटे जगत सिंह थे। बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे जगत को मात्र 24,847 वोट मिले।
राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस का शतक पूरा
रामगढ़ सीट पर जीत के साथ ही राजस्थान में कांग्रेस की विधानसभा सीटों की संख्या 100 हो गई है। नवंबर में हुए चुनावों में कांग्रेस ने 200 में से 99 सीटें हासिल की थीं। लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जीत लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी का उत्साह बढ़ाएगी। उन्होंने कहा, "मैं खुश हूं कि लोगों ने समझदारी भरा फैसला लिया। उन्होंने ऐसे समय पर संदेश दिया है जब इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।"
जींद में पहली बार जीती भाजपा
हरियाणा की जींद सीट पर भाजपा प्रत्याशी कृष्ण मिड्ढा ने 12,935 वोटों से जीत दर्ज की। दूसरे नंबर जननायक जनता पार्टी के प्रत्याशी दिग्विजय चौटाला रहे। कांग्रेस ने सीट से अपने बड़े नेता और प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला को उतार कर मुकाबले को दिलचस्प बनाने की कोशिश की थी, लेकिन वह तीसरे नंबर पर रहे। जींद में यह भाजपा की पहली जीत है। जीत के साथ भाजपा का राज्य की 90 में से 48 सीटें पर कब्जा हो गया है।