
अमेरिका में भारतीय छात्रों की संख्या 80 प्रतिशत घटी, वीजा में देरी बनी कारण- रिपोर्ट
क्या है खबर?
अमेरिका के विश्वविद्यालयों में भारतीय छात्रों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। ट्रंप प्रशासन द्वारा अंतरराष्ट्रीय छात्रों के साथ जारी वीजा संकट के बीच हैदराबाद के शिक्षा सलाहकारों ने बताया है कि अमेरिका जाने वाले छात्रों की संख्या में 70-80 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह गिरावट वीजा के लिए समय स्लॉट पर लगातार लगाई जा रही रोक और वीजा के अस्वीकार किए जाने की दरों में अचानक बढ़ोतारी होना प्रमुख कारण है।
बयान
कई सालों में आई सबसे बुरी स्थिति- राय
हैदराबाद ओवरसीज कंसल्टेंट के संजीव राय ने TOI से कहा, "आमतौर पर इस समय तक अधिकतर छात्र वीजा साक्षात्कार पूरे कर चुके होते हैं और उड़ान भरने की तैयारी में होते हैं। इस साल हम अभी भी हर दिन पोर्टल को अपडेट कर रहे हैं ताकि कोई स्लॉट खुल जाए। यह कई सालों में सबसे बुरी स्थिति है।" अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, वीजा स्लॉट चरणबद्ध तरीके से जारी किए जाएंगे, लेकिन अभी भी काफी अस्पष्टता है।
पुष्टि
बुकिंग करने वाले छात्रों को भी नहीं मिल रही पुष्टि
विंडो ओवरसीज एजुकेशन कंसल्टेंसी के अंकित जैन ने बताया कि सप्ताह के मध्य में कुछ स्लॉट खुलने के बावजूद, जिन छात्रों ने बुकिंग कर ली थी, उन्हें अभी तक पुष्टि नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि बुकिंग की पुष्टि किए बिना स्लॉट खुले रहने का एकमात्र कारण यह हो सकता है कि अमेरिका इस प्रणाली का परीक्षण कर रहा है। इसके चलते अब छात्र शिक्षा के लिए अन्य देशों की ओर रुख कर रहे हैं।
गिरावट
छात्रों की संख्या में 80 प्रतिशत गिरावट की उम्मीद
I20 फीवर कंसल्टेंसी के अरविंद मंडुवा ने कहा, "अगर अगले कुछ दिनों में स्लॉट जारी नहीं किए गए, तो हजारों सपने चकनाचूर हो जाएंगे। हम लगभग 80 प्रतिशत की गिरावट देख रहे हैं। हमें हर दिन छात्रों और उनके अभिभावकों से घबराहट भरे फोन आ रहे हैं।" उन्होंने बताया कि मार्च में आवेदन करने और साक्षात्कार के लिए समय लेने वाले छात्रों को अब असामान्य रूप से उच्च अस्वीकृति दर का सामना करना पड़ रहा है।
परेशानी
प्रक्रिया जल्दी शुरू करने वालों को भी नहीं मिली वीजा
भारत से पिछले साल 3.3 लाख से अधिक छात्र अमेरिका गए थे। उसके बाद चीन को पछाड़कर भारत शीर्ष पर आ गया था। हालांकि, इस साल वीजा प्रक्रिया जल्द शुरू करने वालों को भी वीजा नहीं मिला है। डलास स्थित आव्रजन परामर्श फर्म यूएस एडमिशन के रवि लोथुमल्ला ने कहा, "महीनों से तैयारी कर रहे छात्रों के भी सपने टूट रहे हैं। हालांकि, नियम और जांच सालों से लागू थे, लेकिन अब इन्हें प्रभावी ढंग से लागू किया गया है।"