भारतीय छात्रों को जारी होने वाले अमेरिकी अध्ययन वीजा में आई कमी, 38 प्रतिशत गिरावट दर्ज
अमेरिका में भारतीय छात्रों को जारी होने वाले अध्ययन वीजा की संख्या में काफी गिरावट आई है। पिछले 9 महीने में इसमें 38 प्रतिशत कमी देखी गई है। अमेरिकी विदेश विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जनवरी से सितंबर तक 64,008 भारतीय छात्रों को F-1 वीजा जारी हुए हैं, जो 2023 में जारी वीजा से कम हैं। 2023 में इसी अवधि के दौरान 1,03,495 भारतीय छात्रों को F-1 वीजा जारी किए गए थे।
कोरोना महामारी के बाद सबसे कम संख्या
आंकड़ों के मुताबिक, अध्ययन वीजा के मामले में इस साल की संख्या कोरोना महामारी के बाद जारी किए गए वीजा से सबसे कम है। कोरोना के दौरान 2020 में जनवरी से सितंबर के बीच 6,646 अनुरोधों पर विचार किया गया था। कोरोना के बाद 2022 में जनवरी से सितंबर तक कुल 93,181 भारतीय छात्रों को F-1 वीजा दिया गया। वहीं इससे पहले वर्ष 2021 में 65,235 भारतीय छात्रों को F-1 वीजा मिला था।
भारत से ज्यादा चीन के छात्रों को मिला वीजा
वीजा जारी होने में सिर्फ भारतीय नहीं बल्कि चीन को भी नुकसान हुआ। हालांकि, चीनी छात्रों को भारत से ज्यादा वीजा जारी हुए हैं। चीन अमेरिका में दूसरा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय समूह है। 2024 में जनवरी से सितंबर तक 73,781 चीनी छात्रों को F-1 वीजा जारी हुए, जो 2023 में इसी अवधि में 80,603 थे। यह गिरावट केवल 8 प्रतिशत है। हालांकि, 2022 में 52,034 चीनी छात्रों को F-1 वीजा जारी हुए थे, जो 2023 में आश्चर्यजनक तरीके से बढ़े।
क्या है F-1 वीजा?
F-1 वीजा, जिसे आमतौर पर अध्ययन और छात्र वीजा भी कहते हैं, एक गैर-अप्रवासी वीजा है, जो दुनिया के अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अमेरिका में पूर्णकालिक अध्ययन की अनुमति देता है। यह अमेरिका में अन्य देशों के छात्रों को मिलने वाला सबसे आम वीजा है। ओपन डोर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023-24 शैक्षणिक वर्ष में 3,31,000 भारतीय छात्र अमेरिकी संस्थानों में पढ़ रहे हैं, जो पिछले साल 2,68,923 थी। 2024 में भारत अमेरिका में विदेशी छात्रों का सबसे बड़ा समूह है।