थाईलैंड ने भारतीयों के लिए शुरू की ई-वीजा सुविधा, जानिए इससे क्या होगा फायदा
थाईलैंड ने भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वीजा (ई-वीजा) प्रणाली शुरू करने का निर्णय किया है। यह सुविधा 1 जनवरी, 2025 से शुरू की जाएगी। इससे भारतीयों के लिए थाईलैंड की यात्रा और भी आसान हो जाएगी। इसी तरह, थाईलैंड सरकार ने पर्यटन और लघु व्यावसायिक यात्राओं के लिए मौजूदा 60 दिवसीय वीजा छूट को भी अगली सूचना तक प्रभावी रखने का निर्णय किया है। आइए जानते हैं ई-वीजा क्या है और इससे क्या फायदा होगा।
थाईलैंड सरकार ने क्या की है घोषणा?
भारत में स्थित थाईलैंड के दूतावास की ओर से एक्स पर ई-वीजा से संबंधित आदेश अपलोड किए गए हैं। उन्होंने पोस्ट में लिखा है, 'हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए 1 जनवरी, 2025 से ई-वीजा सुविधा शुरू की जाएगी। भारतीय लोग ई-वीजा के लिए http://thaievisa.go.th पर आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, भारतीयों के लिए 60 दिन की वीजा छूट अभी भी प्रभावी बनी रहेगी।'
ई-वीजा क्या होता है?
ई-वीजा एक डिजिटल यात्रा परमिट है, जो यात्रियों को ऑनलाइन वीजा आवेदन करने की अनुमति देता है। इस प्रणाली को वीजा आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए डिजाइन किया गया है और इसमें अधिक सुविधा के लिए ऑफलाइन भुगतान का विकल्प भी शामिल है। इसमें जारी इलेक्ट्रॉनिक यात्रा प्राधिकरण (ETA) यात्रियों को थाईलैंड में प्रवेश की अनुमति देता है और यह 60 दिनों तक वैध होता है। आवश्यक पड़ने पर इसे 30 दिनों तक बढ़ाया भी जा सकता है।
ई-वीजा से देशों में कैसे मिलता है प्रवेश?
ई-वीजा के जरिए मिले ETA से यात्री चेकपॉइंट पर स्वचालित इमिग्रेशन गेट तक पहुंचते है। इसके बाद उनके ETA पर QR कोड स्कैन कर उन्हें जल्दी यात्रा के लिए छोड़ दिया जाता है। यह प्रणाली वीजा-मुक्त नागरिकों के ठहरने की अवधि की निगरानी भी करती है। ई-वीजा प्रणाली के तहत आवेदन करने वालों को वीजा शुल्क प्राप्त होने की तिथि से 14 कार्य दिवसों के भीतर वीजा जारी किए जा सकेंगे। इससे यात्रियों को आसानी होगी।
थाईलैंड के ई-वीजा के भारत के लिए क्या है मायने?
भारत और थाईलैंड के बीच ऐतिहासिक संबंध हैं। वहां बड़ी संख्या में रहने और काम करने वाले भारतीय प्रवासी इन संबंधों को और मजबूत बनाते हैं। इसी तरह, थाईलैंड भारतीय पर्यटकों के लिए सबसे लोकप्रिय अंतरराष्ट्रीय स्थलों में से एक है, जिसमें बैंकाक, पटाया, फुकेट, चियांग माई और कोह समुई पसंदीदा स्थान हैं। यह भारतीयों का प्रमुख हनीमून पर्यटन केंद्र भी है। ऐसे में ई-वीजा प्रणाली थाईलैंड जाने वाले भारतीय पर्यटकों के लिए बेहद मददगार साबित होगी।
साल 2024 में थाईलैंड पहुंचे 16.40 लाख भारतीय पर्यटक
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2019 में 20 लाख से अधिक भारतीय पर्यटक थाईलैंड गए थे। इसी तरह, अक्टूबर 2024 तक 16.40 लाख भारतीय पर्यटक वहां पहुंचे हैं। थाईलैंड पर्यटन प्राधिकरण (TAT) को इस वर्ष के अंत तक 20 लाख से अधिक भारतीय पर्यटकों के आने की उम्मीद है। इससे थाईलैंड को लगभग 9 करोड़ बाट का राजस्व प्राप्त हो सकेगा। मलेशिया और चीन के बाद भारत वहां का तीसरा सबसे बड़ा पर्यटन स्रोत है।
ये अन्य देश भी भारतीयों को देते हैं ई-वीजा की सुविधा
थाईलैंड से पहले कई अन्य देश भी भारतीय पासपोर्ट धारकों को ई-वीजा की सुविधा दे रहे हैं। इनमें फिलीपींस, कंबोडिया, तुर्की, न्यूजीलैंड, दुबई, दक्षिण कोरिया, जापान, मिस्र, पापुआ न्यू गिनी और जॉर्जिया शामिल हैं। इन देशों में तुर्की और न्यूजीलैंड भारतीय पर्यटकों को ई-वीजा के जरिए सबसे अधिक 180 दिन तक वहां रहने की अनुमति देते हैं। इसी तरह जापान 90 और पापुआ न्यू गिनी 60 दिन की वैधता देते हैं। अन्य देश 15-30 दिन की वैधता देते हैं।