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#NewsBytesExplainer: क्या होती है क्रोनिक वेनस इनसफीशिएंसी, जिससे पीड़ित हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप CVI नामक बीमारी से पीड़ित हैं

#NewsBytesExplainer: क्या होती है क्रोनिक वेनस इनसफीशिएंसी, जिससे पीड़ित हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप?

लेखन आबिद खान
Jul 18, 2025
12:52 pm

क्या है खबर?

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप क्रोनिक वेनस इनसफीशिएंसी (CVI) नामक एक बीमारी से जूझ रहे हैं। हाल ही में उनके पैरों के निचले हिस्से में सूजन और हाथों पर चोट के निशान देखे गए थे। इसके बाद उनकी मेडिकल जांच करवाई गई, जिसमें उनके CVI से पीड़ित होने की जानकारी सामने आई है। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने इसकी जानकारी दी है। आइए इस बीमारी के बारे में जानते हैं।

बीमारी

क्या होता है क्रोनिक वेनस इनसफीशिएंसी?

CVI तब होता है, जब पैरों की नसें हृदय तक रक्त को ठीक से नहीं पहुंचा पाती हैं। इससे पैरों के निचले हिस्से में रक्त जमा होने लगता है। इसके लक्षणों में आमतौर पर पैरों और टखनों के आसपास सूजन होना, पैरों में दर्द और भारीपन या झुनझुनी होना इसके लक्षण हो सकते हैं। गंभीर मामलों में पैरों में घाव हो सकते हैं। लगभग 20 में से 1 वयस्क को CVI होता है।

कारण

क्यों होता है CVI?

नसों में छोटे-छोटे वाल्व होते हैं, जो हृदय की ओर जाने वाले खून को वापस पीछे आने से रोकते हैं। दरअसल, खून को पैरों से हृदय तक पहुंचाने में गुरुत्वाकर्षण बल बड़ी बाधा बनता है। यहीं पर ये वाल्व अहम भूमिका निभाते हैं। अगर ये वाल्व खराब हो जाएं या कमजोर पड़ जाएं, तो खून नीचे की ओर लौट सकता है और पैरों में जमा हो सकता है। इससे पैरों में सूजन आने लगती है।

लक्षण

CVI के लक्षण क्या हैं?

बीमारी के शुरुआती लक्षणों में पैरों या टखनों में सूजन, भारीपन या थकावट, त्वचा पर खुजली या झुनझुनी और वैरिकोज नसें शामिल हैं। बीमारी बढ़ने पर त्वचा का रंग बदलना, पैरों में अल्सर या घाव होना और घाव भरने में परेशानी आना जैसे लक्षण भी सामने आ सकते हैं। विशेषज्ञ इसके लक्षणों को कुछ चरणों में विभाजित करते हैं। चरण 1-2- वैरिकाज नसें चरण 3- पैरों में सूजन चरण 4-6- त्वचा में परिवर्तन या घाव का न भरना।

व्यक्ति

किन लोगों को CVI से पीड़ित होने का खतरा रहता है?

व्हाइट हाउस के चिकित्सक सीन बारबेला के अनुसार, यह स्थिति सामान्य है और विशेष रूप से 70 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों में देखी जाती है। इस उम्र के 10 से लेकर 35 प्रतिशत लोगों में ये बीमारी होती है। उम्र बढ़ने से नसों का कमजोर होना, लंबे समय तक खड़े रहना या बैठना, मोटापा, गर्भावस्था, अनुवांशिक कारण, स्मोकिंग, शारीरिक गतिविधियां न करना और फैमिली हिस्ट्री जैसे कई कारक इस बीमारी की वजह बन सकते हैं।

खतरा

कितनी खतरनाक होती है ये बीमारी?

जानकारों का कहना है कि इसकी वजह से गंभीर बीमारी होने की संभावना बहुत कम होती है। वेक फॉरेस्ट विश्वविद्यालय में सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर मैथ्यू एडवर्ड्स ने BBC से कहा, "यह गंभीर स्थितियों से जुड़ा हो सकता है, लेकिन अपने आप में यह कोई गंभीर स्थिति नहीं है। यह बहुत आम है।" बीमारी गंभीर होने पर रक्त के थक्के जमना, नसों में सूजन आना या अचानक वजन बढ़ना शामिल है।

उपचार

क्या है बीमारी का इलाज?

CVI को पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन इसे कंट्रोल करना संभव है। जीवनशैली में बदलाव जैसे नियमित पैदल चलना, पैरों को ऊंचा रखना और वजन नियंत्रित रखने से यह बीमारी काबू हो सकती है। डॉक्टर मरीजों को खास कम्प्रेशन स्टॉकिंग्स पहनने की सलाह देते हैं, जो नसों पर दबाव डालते हैं। क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, मरीजों को पैरों को ऊपर उठाना, वजन नियंत्रित रखना, व्यायाम करना और पैदल चलना चाहिए।

ट्रंप

ट्रंप के स्वास्थ्य के बारे में व्हाइट हाउस ने क्या बताया?

लेविट ने कहा, "ट्रंप की जांच और उनके पैरों का अल्ट्रासाउंड कराया गया है। इसमें CVI का पता चला है। फिलहाल अमेरिकी राष्ट्रपति स्वास्थ्य संबंधी सभी एहतियात बरत रहे हैं। घबराने की बात नहीं है। वर्तमान स्थिति में राष्ट्रपति को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो रही है। राष्ट्रपति की सेहत ठीक है। आप उन्हें रोजाना सक्रिय देख सकते हैं।" लेविट ने डॉक्टरों की एक चिट्ठी सार्वजनिक की, इसमें भी वही जानकारी दोहराई गई है।