अर्जेंटीना: बाल-बाल बची उप राष्ट्रपति, चेहरे के पास लाकर बंदूक नहीं चला पाया हमलावर
अर्जेंटीना की उप राष्ट्रपति क्रिस्टिना फर्नांडीज डे किर्शनर गुरुवार रात को एक हमले में बाल-बाल बच गईं। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है, जिसमें हमलावर क्रिस्टिना के चेहरे के बिल्कुल पास बंदूक लहरा रहा है। राहत की बात यह रही कि हमलावर से बंदूक चली नहीं और तुरंत सुरक्षाबलों ने उसे दबोच लिया। बताया जा रहा है कि क्रिस्टिना को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है और हमलावर गिरफ्तार हो चुका है।
सड़क किनारे लोगों से मिल रही थीं क्रिस्टिना
यह घटना उस समय की है, जब क्रिस्टिना एक सड़क के किनारे लोगों से मुलाकात कर रही थीं। इसी दौरान भीड़ में से हमलावर ने बंदूक निकालकर उनके चेहरे के पास लहरा दी। जैसे ही हमलावर ने इसे चलाने का प्रयास किया, क्रिस्टिना घबराकर नीचे गिर जाती हैं। हालांकि, हमलावर गोली नहीं चला पाता है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। वीडियो में हमलावर का चेहरा नजर नहीं आ रहा है।
यहां देखें वीडियो
गोलियां से भरी हुई थी बंदूक- राष्ट्रपति
इस घटना के बाद देश को संबोधित करते हुए अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज ने कहा कि यह बंदूक गोलियां से भरी हुई थी। हमलावर ने इसका ट्रिगर भी दबा दिया था, लेकिन गोली नहीं चली। उन्होंने इसे 1983 में लोकतंत्र की स्थापना के बाद की सबसे गंभीर घटना करार दी है। ब्राजील, चिली और वेनजुएला जैसे अर्जेंटीना के पड़ोसी देशों ने भी इस हमले की निंदा करते हुए फर्नांडीज के साथ सहानुभूति व्यक्त की है।
हमलावर की हुई पहचान
अर्जेंटीना के सुरक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि हमलावर की पहचान फर्नांडो एंड्रे सबाग मॉन्टियल के तौर पर हुई है, जो ब्राजील का नागरिक है। उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है और उसके पास .32 कैलिबर का पिस्तौल है।
दो बार अर्जेंटीना की राष्ट्रपति रह चुकी हैं क्रिस्टिना
क्रिस्टिना फर्नांडीज डे किर्शनर अर्जेंटीना में काफी विवादित शख्सियत हैं और वो 2007 से लेकर 2015 तक दो बार देश की राष्ट्रपति रह चुकी हैं। राजनीतिक रूप से बेहद प्रभावशाली क्रिस्टिना के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा चल रहा है। उनके खिलाफ सरकारी ठेके देने में भ्रष्टाचार का आरोप है। अगर ये आरोप साबित होते हैं तो उन्हें पद से हटा दिया जाएगा और 12 साल तक की सजा का सामना करना पड़ सकता है।
गोली मारकर की गई थी शिंजो आबे की हत्या
इस घटना ने जुलाई में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर हुए जानलेवा हमले की याद दिला दी है। आबे पर नारा शहर में एक सभा के दौरान गोली चलाई गई, जो सीधी उनके सीने में लगी। बेसुध हालात में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। बता दें, आबे के नाम सबसे अधिक समय तक जापान का प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड है और उन्होंने अगस्त, 2020 में स्वास्थ्य कारणों के चलते प्रधानमंत्री पद छोड़ा था।