स्थगित हो सकता है 2020 टोक्यो ओलंपिक, जापान के प्रधानमंत्री ने दिया संदेश
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि वर्तमान समय के हालातों को देखते हुए ओलंपिक 2020 के आयोजन को स्थगित करने से बचने का कोई विकल्प नहीं दिख रहा है। आबे ने यह बयान उस समय दिया जब कनाडा ने ओलंपिक में अपनी टीम नहीं भेजने का फैसला लिया है। जापानी प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद अब ओलंपिक केे स्थगित होने की संभावनाओं को बल मिला है।
ओलंपिक रद्द करना विकल्प नहीं- आबे
इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) ने खेलों के स्थगित करने और उनके विकल्पों के बारे में विचार करने के लिए चार हफ्तों की डेडलाइन दी है और इसके बाद ही जापानी प्रधानमंत्री ने अपने विचार व्यक्त किए हैं। उन्होंने कहा, "यदि यह कठिन हो जाता है तो हम पहले एथलीट्स के बारे में सोचेंगे और टूर्नामेंट को स्थगित करने से बचना हमारे लिए कठिन हो जाएगा।" उन्होंने यह भी कहा कि इसे रद्द करना विकल्प नहीं है।
IOC ने निर्णय के लिए दिया था चार हफ्तों का समय
हाल ही में IOC ने घोषणा की थी कि टोक्यो ओलंपिक को स्थगित करने के बारे में चार हफ्तों के भीतर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा था कि फिलहाल इसे पूरी तरह से रद्द करने के बारे में नहीं सोचा जा रहा है। यह IOC द्वारा दिया गया पहला चेतावनी भरा बयान था। IOC के बयान में कहा गया, "IOC आत्मविश्वास में है कि यह चार हफ्तों में निर्णय ले लेगी।"
ओलंपिक में अपने एथलीट्स को नहीं भेजेगा कनाडा
सोमवार को कनाडा कोरोना वायरस के डर से ओलंपिक 2020 में अपने एथलीट्स को नहीं भेजने का निर्णय लेने वाला पहला देश बना था। कनाडा की ओलंपिक कमेटी ने खुलासा किया था कि वह अपने एथलीट्स को तब ओलंपिक में जाने की अनुमति नहीं देगी जब तक कि इसे एक साल के लिए स्थगित नहीं कर दिया जाता है। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने भी अपने एथलीट्स को नहीं भेजने का निर्णय लिया है।
वर्ल्ड एथलेटिक्स के प्रेसीडेंट ने लिखा IOC को पत्र
वर्ल्ड एथलेटिक्स प्रेसीडेंट सेब को ने भी IOC को एक पत्र लिखा और कहा कि फिलहाल ओलंपिक का आयोजन करना उचित नहीं होगा। उन्होंने लिखा, "कोई भी ओलंपिक को स्थगित होते नहीं देखना चाहता है, लेकिन हम इस इवेंट को किसी भी कीमत पर आयोजित नहीं कर सकते हैं। एथलीट्स की कीमत पर तो कत्तई नहीं।" उन्होंने यह भी लिखा कि ओलंपिक के बारे में निर्णय काफी जल्दी लिया जाना चाहिए।