G-20 सम्मेलन: जिनपिंग के शामिल न होने से अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन निराश, बोले- उनसे जल्द मिलूंगा
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने नई दिल्ली में होने जा रहे G-20 शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के शामिल न होने पर निराशा व्यक्त की है। पहले जिनपिंग के G-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने की संभावना थी, लेकिन चीनी विदेश मंत्रालय ने 31 अगस्त तक उनके दौरे की पुष्टि नहीं की। अब खबर है कि जिनपिंग के स्थान पर चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग शिखर सम्मेलन में भाग लेने दिल्ली आ सकते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने क्या कहा?
रविवार को डेलावेयर के रेहोबोथ बीच पर संवाददाताओं से बाइडन ने कहा, "मैं निराश हूं, लेकिन मैं उनसे मिलने जा रहा हूं।" हालांकि, बाइडन ने ये नहीं बताया कि वह चीनी राष्ट्रपति से अगली बार कहां मुलाकात कर सकते हैं। NDTV की रिपोर्ट्स के अनुसार, अगर जिनपिंग G-20 शिखर सम्मेलन में अनुपस्थित रहते हैं तो नवंबर में सैन फ्रांसिस्को में आयोजित होने वाले एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) सम्मेलन में जिनपिंग और बाइडन की मुलाकात हो सकती है।
जिनपिंग और बाइडन की बाली में हुई थी आखिरी मुलाकात
आखिरी बार नवंबर में इंडोनेशिया के बाली में आयोजित G-20 शिखर सम्मेलन में बाइडन और जिनपिंग ने मुलाकात की थी, लेकिन अमेरिका में चीनी जासूसी गुब्बारा दिखाई देने के बाद बातचीत बिगड़ गई। दोनों देशों के बीच ताइवान से जुड़े कई मुद्दों पर बुनियादी असहमति है। हाल के महीनों में द्विपक्षीय संबंधों में सुधार को लेकर अमेरिकी उच्चाधिकारियों ने चीन की यात्रा की है, जिनमें अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का दौरा भी शामिल है।
7 से 10 सितंबर तक दिल्ली में रहेंगे बाइडन
व्हाइट हाउस ने बताया है कि बाइडेन 7 से 10 सितंबर तक दिल्ली में रहेंगे। 8 सितंबर को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन द्विपक्षीय बैठक करेंगे। द्विपक्षीय बैठक के दौरान दोनों नेता यूक्रेन युद्ध के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों को कम करने, वैश्विक चुनौतियों से मिलकर निपटने और गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने के लिए विश्व बैंक सहित बहुपक्षीय विकास बैंकों की क्षमता बढ़ाने जैसे मुद्दों पर बात करेंगे।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन भी नहीं होंगे सम्मेलन में शामिल
जिनपिंग के अलावा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे। उनकी जगह रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव सम्मेलन में रूस का प्रतिनिधित्व करेंगे। दूसरी ओर अमेरीकी राष्ट्रपति बाइडन के अलावा फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज शिखर सम्मेलन में भाग लेने नई दिल्ली आ रहे हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
G-20 एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसके 20 सदस्य हैं। इसकी शुरुआत 1999 के एशियाई वित्तीय संकट के बाद हुई थी और इसे वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों के बीच वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों की चर्चा के लिए एक मंच के तौर पर शुरू किया गया था। 2007 की मंदी के बाद 2008 से इसमें राष्ट्राध्यक्षों ने भाग लेना शुरू कर दिया और अगले साल इसे अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के लिए एक प्रमुख मंच करार दिया गया।