चीन में तेजी से फैल रहा कोरोना, एक साल के बाद दो मौतें दर्ज
चीन में शनिवार को एक साल से भी ज्यादा समय बाद कोरोना संक्रमण के कारण दो मौतें हुईं। गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से यहां वायरस के फैलने की रफ्तार बढ़ी है और मामलों में तेज उछाल देखा जा रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि ये दोनों मौतें देश के उत्तर पूर्वी प्रांत जिलिन में हुई, जहां इन दिनों महामारी तेजी से फैल रही है। आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट के कारण खराब हो रहे हालात
चीन में दैनिक मामलों में ये वृद्धि बेहद संक्रामक ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट के कारण हो रही है। देश के 19 राज्य ऐसे हैं जो इन दोनों वेरिएंट्स से जूझ रहे हैं। नए मामलों को पकड़ने के लिए देश में पूरे के पूरे शहरों की कई बार टेस्टिंग की जा रही है। जिलिन के सभी निवासियों की तो पांच बार टेस्टिंग हो चुकी है। इसके बाद भी यहां संक्रमण की रफ्तार कम होने का नाम नहीं ले रही।
शनिवार को दर्ज हुए 4,000 से अधिक मामले
चीन में इससे पहले आखिरी बात जनवरी, 2021 में कोरोना के कारण कोई मौत हुई थी। इन दो मौतों के साथ चीन में कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 4,638 पहुंच गई है। शनिवार को चीन में कुल 4,051 नए मामले दर्ज किए गए, जो शुक्रवार की तुलना में कम है। नए मामलों में से आधे से अधिक जिलिन में सामने आए हैं। सरकार कम मौतों को अपनी कामयाबी के तौर पर दिखा रही है।
ओमिक्रॉन वेरिएंट बना चुनौती
2019 के अंत में चीन के वुहान शहर से कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई थी। चीन ने लंबे क्वारंटीन, लक्षित लॉकडाउन और सीमाएं बंद रख संक्रमण की गति पर नियंत्रण रखा था, लेकिन ओमिक्रॉन वेरिएंट ने सारे ऐहतियातों को धाराशायी कर दिया है। इससे चीन की 'जीरो कोविड' रणनीति पर भी दबाव बढ़ रहा है। कई अधिकारियों को कहना है कि चीन को बाकी देशों की तरह वायरस के साथ रहना सीखना होगा।
रणनीति में किया मामूली बदलाव
बीते गुरुवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा था कि उनका देश 'जीरो कोविड' की रणनीति के साथ ही बढ़ेगा। हालांकि अब ज्यादा लक्षित पाबंदियां लगाई जाएगी। पहले कहीं भी मामले सामने आने के बाद लॉकडाउन लागू कर दिया जाता था, लेकिन अब शहरों के हिसाब से अलग-अलग कदम उठाए जा रहे हैं। जिलिन समेत कई शहरों में मामले बढ़ते देख सरकार अस्थायी अस्पतालों का इंतजाम करने में जुट गई है।
दुनियाभर में महामारी की क्या स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 46.81 करोड़ लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 60.70 लाख लोगों की मौत हुई है। सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 7.97 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 9.71 लाख लोगों की मौत हुई है। दूसरे सबसे अधिक प्रभावित देश भारत में 4.30 करोड़ संक्रमितों में से 5.16 लाख और तीसरे सबसे अधिक प्रभावित देश ब्राजील में 2.96 करोड़ संक्रमितों में से 6.57 लाख मरीजों की मौत हुई है।