डेल्टा वेरिएंट से सुरक्षा प्रदान सकती हैं ओमिक्रॉन के संक्रमण से बनी एंटीबॉडीज- स्टडी
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट से हुआ संक्रमण भले ही ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ सुरक्षा प्रदान न करता हो, लेकिन ओमिक्रॉन से संक्रमण डेल्टा से सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
दक्षिण अफ्रीका में हुई एक स्टडी में ये बात सामने आई है। ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए लोगों के खून से एंटीबॉडीज निकाल कर की गई इस स्टडी में सामने आया कि ये एंटीबॉडीज डेल्टा वेरिएंट को भी निष्क्रिय कर देती हैं।
नतीजे
स्टडी में क्या सामने आया?
30 लोगों पर की गई स्टडी में शोधकर्ताओं ने ओमिक्रॉन से संक्रमण के दो हफ्ते बाद उनके खून से एंटीबॉडीज निकालीं और ओमिक्रॉन और डेस्टा वेरिएंट्स को निष्क्रिय करने की इनकी क्षमता का मूल्यांकन किया।
नतीजों में सामने आया कि दो हफ्ते में एंटीबॉडीज की ओमिक्रॉन को निष्क्रिय करने की क्षमता 14 गुना बढ़ गई, वहीं डेल्टा वेरिएंट को निष्क्रिय करने की क्षमता इससे भी चार गुना अधिक पाई गई।
संभावना
डेल्टा को हटाकर सबसे हावी वेरिएंट बन सकता है ओमिक्रॉन- शोधकर्ता
स्टडी में शामिल शोधकर्ताओं ने इन नतीजों पर कहा, "ओमिक्रॉन से संक्रमित लोगों में डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ न्यूट्रलाइजेशन में वृद्धि के कारण डेल्टा के लोगों को दोबारा संक्रमित करने की क्षमता घट सकती है।"
उन्होंने कहा कि इसका नतीजा ये हो सकता है कि ओमिक्रॉन डेल्टा वेरिएंट को हटाकर सबसे अधिक हावी वेरिएंट बन सकता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, अगर ओमिक्रॉन केवल हल्का बीमार करना जारी रखता है तो ये अच्छी खबर हो सकती है।
स्टडीज
स्टडीज में सामने आई हैं ओमिक्रॉन के अधिक संक्रामक, लेकिन कम घातक होने की बात
बता दें कि ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में हुई स्टडीज में सामने आया है कि ओमिक्रॉन अन्य वेरिएंट्स से लगभग 70 गुना अधिक संक्रामक है, लेकिन ये गंभीर रूप से बीमार नहीं करता है, खासकर वैक्सीन या बूस्टर खुराक लगवा चुके लोगों को।
दुनिया के लिए 2021 की शुरूआत कैसी रहेगी, ये बहुत हद तक इसी बात पर निर्भर करेगा कि ओमिक्रॉन के कम घातक होने के अनुमान कितने सही साबित होते हैं।
चेतावनी
विशेषज्ञों ने ओमिक्रॉन के कम घातक होने पर ज्यादा उत्साहित होने को लेकर चेताया
विशेषज्ञों ने ओमिक्रॉन के कम घातक होने पर ज्यादा उत्साहित होने को लेकर चेतावनी दी है और कहा है कि इसकी अधिक संक्रामकता कम घातक होने के फायदों को निष्क्रिय कर सकती है।
कई देश इस चेतावनी को गंभीरता से भी ले रहे हैं और उन्होंने अपने यहां कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं। भारत भी इन देशों में शामिल है और यहां कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगाई गई हैं।