ओमिक्रॉन का खतरा: केंद्र ने चुनाव वाले राज्यों को वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने को कहा
क्या है खबर?
देश में कोरोना वायरस के 32 म्यूटेंट वाले ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
गुरुवार को तमिलनाडु और कर्नाटक में सामने आए 45 नए मामलों के साथ इसके संक्रमितों की कुल संख्या 283 पर पहुंच गई है।
इसको देखते हुए केंद्र सरकार ने समीक्षा बैठक करते हुए सभी राज्यों को विशेष सावधानी बरतने को कहा है। इसी तरह विधानसभा चुनाव वाले राज्यों को वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने को कहा है।
चुनाव
किन राज्यों में होने हैं विधानसभा चुनाव?
बता दें अगले साल उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा सहित कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में इन राज्यों में चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी है और कई जगहों पर चुनावी रैलियों में बड़ी भीड़ दिखाई देने लगी है।
इससे वर्तमान में चल रहे ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे के बीच इन राज्यों में कई हॉटस्पॉट बनने का खतरा मंडराने लगा है। इसको देखते हुए केंद्र ने वहां की सरकारों को विशेष ऐहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं।
सलाह
राज्यों को बढ़ानी चाहिए वैक्सीनेशन की रफ्तार- भूषण
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के प्रबंध निदेशकों के साथ वैक्सीनेशन की प्रगति और ओमिक्रॉन के खिलाफ की गई तैयारियों की समीक्षा की।
इस दौरान भूषण ने कहा कि ओमिक्रॉन के खतरे से बचने के लिए राज्यों को वैक्सीनेशन की गति को बढ़ाना होगा, विशेषकर चुनाव वाले राज्यों को।
जानकारी
कम वैक्सीनेशन वाले जिलों पर दिया जाए विशेष ध्यान
भूषण ने कहा जिन जिलों में अभी तक वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है, वहां पर इसे बढ़ाने के प्रयास किए जाने चाहिए। वैक्सीन लगने के बाद बुजुर्ग और अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों को महामारी के आने वाले खतरे से बचाया जा सकता है।
फोकस
वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं लेने वालों पर किया जाए फोकस- भूषण
भूषण ने कहा कि राज्यों को वैक्सीनेशन अभियान में अभी तक एक भी खुराक नहीं लेने वाले लोगों के 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन पर फोकस करना चाहिए। इसी तरह पहली खुराक ले चुके लोगों को जल्द से जल्द दूसरी खुराक दी जानी चाहिए। इसके बाद ही महामारी के मुकाबला थोड़ा आसान हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन की गति को बढ़ाने के लिए राज्यों को घर-घर वैक्सीनेशन पर भी ध्यान देना चाहिए। इससे बेहतर परिणाम मिलेंगे।
सख्ती
क्रिसमस और नए साल को लेकर भी राज्यों को बरतनी होगी सख्ती- भूषण
भूषण ने कहा कि आने वाले दिनों में क्रिसमस और नए साल पर कई तरह के आयोजनों में भीड़ जुटने की संभावना है। ऐसे में राज्यों को इस पर सख्ती बरतते हुए नाइट कर्फ्यू लगाने, सार्वजनिक समारोह और सभाओं पर रोक लगाने तथा कंटेनमेंट और बफर जोन में विशेष निगरानी रखने जैसे कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान हालातों में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन बेहद जरूरी है। ऐसे में इसकी सख्ती से पालना कराई जानी चाहिए।
जानकारी
पॉजिटिविटी रेट के 10 प्रतिशत से ऊपर जाने पर किए जाएं विशेष उपाय
भूषण ने कहा कि जिन क्षेत्रों में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से अधिक है और अस्पतालों में 40 प्रतिशत से अधिक बेड मरीजों से भरे हैं, वहां पर विशेष उपाय किए जाने चाहिए। यह स्थिति संक्रमण में उछाल आने का सीधा संकेत है।
टेस्ट
टेस्टों की संख्या बढ़ाने की भी है जरूरत- भूषण
भूषण ने कहा कि राज्यों को मामलों की समय पर पहचान के लिए टेस्ट की संख्या में भी इजाफा करना चाहिए। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन में घर-घर जाकर मामलों का पता लगाने के लिए विशेष अभियान चलाने के साथ हवाई अड्डो पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच और निगरानी भी की जानी चाहिए।
इसी तरह अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने, ऑक्सीजन की उपलब्धता पर ध्यान देने और आवश्यक दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक रखने पर भी ध्यान देना चाहिए।
ओमिक्रॉन
भारत में 283 हुई ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या
भारत में अभी तक ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमण के 283 मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के सबसे अधिक 65 मामले सामने आए हैं, वहीं 64 मामलों के साथ दिल्ली दूसरे स्थान पर है।
इसके अलावा तमिलनाडु में 34, कर्नाटक में 31, तेलंगाना में 24, राजस्थान में 21, केरल में 15, गुजरात में 14, जम्मू-कश्मीर में तीन, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में दो-दो और चंडीगढ़, लद्दाख, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में एक-एक मामला सामने आया है।
संक्रमण
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 7,495 नए मामले सामने आए और 434 मरीजों की मौत दर्ज हुई।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,47,65,976 हो गई है। इनमें से 4,78,759 लोगों की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 78,291 हो गई है।
देश में ओमिक्रॉन के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। ऐसे में सरकार ने इसके प्रसार को देखते हुए लोगों से सावधान रहने को कहा है।