
भारत के साथ तनाव कम करने को तैयार नहीं पाक, मुस्लिम देशों की मांग ठुकराई
क्या है खबर?
पाकिस्तान ने भारत के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के लिए बैक-डोर डिप्लोमैसी की कोशिशों में रुचि नहीं दिखाई है।
पाकिस्तान के अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि कई 'शक्तिशाली देशों' और मुस्लिम देशों ने पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर को लेकर जारी तनाव को कम करने का संदेश दिया था, लेकिन पाकिस्तान ने इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
बता दें, कि जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त होने के बाद दोनों देशों में तनाव चरम पर है।
अपील
पाकिस्तान से बयानबाजी में संयम बरतने की अपील
एक पाकिस्तानी अधिकारी के हवाले से इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कई देशों ने इमरान खान से अपने भारतीय समकक्ष पर बयानबाजी में संयम बरतने की अपील की थी, लेकिन उन्होंने इसे खारिज कर दिया है।
पाकिस्तान ने बैक-डोर डिप्लोमैसी की कोशिशों को खारिज करते हुए कहा है कि वह केवल परंपरागत राजनयिक संबंधों के जरिए दिल्ली से संपर्क साधेगा, लेकिन ऐसा तभी होगा जब जम्मू-कश्मीर में जारी प्रतिबंधों को हटा लिया जाएगा।
मुलाकात
सऊदी अरब के विदेश मंत्री ने की थी इमरान और बाजवा से मुलाकात
सऊदी अरब के विदेश मंत्री अब्दुला बिन अल-नहयान ने तीन सितंबर को अपने डिप्टी के साथ इस्लामाबाद का दौरा किया था।
उन्होंने अपनी सरकार और दूसरे कई 'शक्तिशाली देशों' की तरफ से पाकिस्तान से अपील की कि वह भारत का साथ बैक-डोर डिप्लोमैसी की कोशिशें करें।
इन दोनों नेताओं ने इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से मुलाकात की थी।
बेहद गोपनीय इस बैठक में केवल विदेश मंत्रालय के अधिकारी शामिल हुए थे।
पेशकश
सऊदी ने की बातचीत में मदद की पेशकश
अधिकारी ने बताया कि सऊदी के विदेश मंत्री ने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में भूमिका निभाने की पेशकश की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को पिछले दरवाजे से बातचीत की कोशिश करनी चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कई दूसरे अंतरराष्ट्रीय वार्ताकार भी इस स्थिति में मदद की पेशकश को तैयार है। वो कश्मीर में प्रतिबंधों में ढील देने के लिए वह भारत को मना सकते हैं, बशर्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले बंद किए जाएं।
जानकारी
संयुक्त राष्ट्र महासभा का इंतजार कर रहा पाकिस्तान?
पिछले सप्ताह पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि भारत के साथ किसी तरह की बातचीत नहीं हो रही है। जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र महासभा तक अपने इस रवैये में कोई बदलाव नहीं करेगा।
तनाव
पाकिस्तान दे रहा है परमाणु युद्ध की धमकी
भारत द्वारा अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद से पाकिस्तान ने नई दिल्ली से अपने राजनयिक संबंधों को सीमित कर दिया है। पाकिस्तान ने भारतीय राजदूत को वापस भेज दिया था।
दोनों देशों में तनाव इस कदम बढ़ गया है कि खुलेआम युद्ध की धमकियां दी जा रही हैं।
इमरान खान ने तो यहां तक कहा था कि अगर पारंपरिक युद्ध में पाकिस्तान भारत से हारता है तो वह परमाणु युद्ध करने से परहेज नहीं करेगा।