भारत-पाक रिश्तों में हुई काफी तरक्की, मोदी-इमरान से करुंगा मुलाकात- डोनाल्ड ट्रम्प
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में 'काफी तरक्की' हुई है और वह जल्द ही भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात करेंगे। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों से मुलाकात करेंगे। संभवत: उनका इशारा ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात और न्यूयॉर्क में इमरान से होने वाली मुलाकात की तरफ था।
कश्मीर मु्द्दे को सुलझाने में मदद की बात कह चुके हैं ट्रम्प
ट्रम्प ने इससे पहले कश्मीर मुद्दे को सुलझाने में दोनों देशों की मदद करने की बात कही थी। हालांकि, अभी तक व्हाइट हाउस की तरफ से इस बयान पर कोई टिप्पणी नहीं आई है। इससे पहले ट्रम्प कई बार इस मामले में मध्यस्थता की बात कह चुके हैं। पाकिस्तान लगातार इस बात की कोशिश कर रहा है कि कश्मीर मामले का अंतरराष्ट्रीयकरण हो और कोई तीसरा पक्ष इसमें दखल दे। वहीं भारत कश्मीर मामले में बाहरी दखल के खिलाफ है।
प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में भाग लेंगे ट्रम्प
डोनाल्ड ट्रम्प ह्यूस्टन में 22 सितंबर को होने जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम 'हाउडी मोदी' में शिरकत करेंगे। ट्रम्प न केवल इस कार्यक्रम में भाग लेंगे बल्कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ इसे संबोधित भी करेंगे। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अभी तक 50,000 लोग रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प के फैसले का स्वागत करते हुए इसे भारत और अमेरिका की खास दोस्ती का प्रतीक बताया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- ट्रम्प के स्वागत के लिए तैयार
प्रधानमंत्री मोदी ने दो ट्वीट करते हुए ट्रम्प के इस फैसले का स्वागत किया और कहा कि ये भारत और अमेरिका की खास दोस्ती का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वह भारतीय मूल के लोगों के साथ ट्रम्प का स्वागत करने को तैयार हैं। अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, "ट्रम्प का ह्यूटन में आना रिश्तों की मजबूती और अमेरिकी समाज और अर्थव्यवस्था में भारतीय समुदाय के योगदान को दर्शाता है।"
व्हाइस हाउस ने कहा, दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करने का मौका
ट्रम्प के कार्यक्रम में शामिल होने की पुष्टि करते हुए व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा, "ये दोनों देशों के लोगों के मजबूत संबंध, सामरिक भागीदारी और ऊर्जा और व्यापार संबंध को मजबूत करने के लिए चर्चा पर जोर देने का शानदार मौका है।"
ट्रम्प का कार्यक्रम में शामिल होना पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका
ट्रम्प का कार्यक्रम में शामिल होना पाकिस्तान के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। ट्रम्प के शामिल होने से उनके और मोदी के बीच दोस्ती और मोदी को उनके निजी समर्थन का संदेश जाएगा। कश्मीर के मुद्दे पर ट्रम्प की मदद की आस लगाए बैठे पाकिस्तान के लिए ये स्थिति अनुकूल नहीं कही जा सकती। इससे अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए ट्रम्प के पास भी भारतीय-अमेरिकी समुदाय को लुभाने का खास मौका है।