पाकिस्तानी सेना का बयान- हमारी परमाणु हथियारों को पहले इस्तेमाल नहीं करने की नीति नहीं
क्या है खबर?
भारत-पाक में जारी तनाव के बीच पाकिस्तानी सेना ने बुधवार को कहा कि परमाणु हमले को लेकर 'पहले प्रयोग' की नीति नहीं मानती है।
पाकिस्तानी सेना का यह बयान अपने प्रधानमंत्री इमरान खान के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने परमाणु हथियारों को पहले इस्तेमाल नहीं करने की बात कही थी।
अब सेना ने अपने प्रधानमंत्री के नजरिए के उलट बयान दिया है। आइये, इस पूरी खबर के बारे में विस्तार से जानते हैं।
प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी सेना ने कही यह बात
कुछ दिन पहले भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था, "आज तक हमारी परमाणु नीति 'नो फर्स्ट यूज' की रही है। भविष्य में क्या होगी यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगी।"
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल असिफ गफूर ने कहा, "हमारी कोई 'नो फर्स्ट यूज पॉलिसी' नहीं है। हमारे हथियार प्रतिरोध के लिए हैं। जहां तक भारत की बात है तो यह उन पर निर्भर करता है कि वो क्या नीति बनाते हैं।"
जानकारी
दो परमाणु संपन्न देशों के बीच युद्ध की जगह नहीं- पाकिस्तानी सेना
गफूर ने कहा कि पहले हमले के बाद दूसरा हमला हो सकता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच युद्ध की कोई जगह नहीं है।
इमराऩ का बयान
इमरान ने परमाणु हमलों को लेकर कही थी ये बातें
लाहौर में पहले अंतरराष्ट्रीय सिख सम्मेलन को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा था कि उनका देश भारत के खिलाफ न तो परमाणु हथियारों का इस्तेमाल पहले करेगा और न ही अपनी तरफ से पहले युद्ध शुरू करेगा।
उन्होंने कहा कि युद्ध से कोई समस्या नहीं सुलझती है, बल्कि चार नई समस्याएं खड़ी हो जाती हैं।
इमरान ने कहा, "हम दोनों परमाणु हथियारों से संपन्न देश हैं। अगर तनाव बढ़ता है तो दुनिया खतरे में आ सकती है।"
बयान
"जो समझता है युद्ध समस्याएं सुलझा सकता है, उसने दुनिया का इतिहास नहीं पढ़ा"
युद्ध के खिलाफ बोलते हुए इमरान ने कहा, "मैं विश्वास नहीं करता कि युद्ध किसी समस्या को सुलझा सकता है। जो कोई भी ऐसा सोचता है कि युद्ध समस्याओं को सुलझा सकता है, वो समझदार नहीं है। उसने दुनिया का इतिहास नहीं पढ़ा।"
उन्होंने कहा, "अगर आप एक समस्या को युद्ध से सुलझाते हो तो चार नई समस्याएं पैदा कर लेते हो। जिसने भी युद्ध के जरिए समस्याओं सुलझाने की कोशिश की है, वह जीत कर भी हार गया है।"
जानकारी
राजनाथ सिंह ने दिए थे भारत की परमाणु नीति में बदलाव के संकेत
बीते महीने राजनाथ सिंह ने भारत की परमाणु नीति में बदलाव के संकेत दिए थे। सिंह ने कहा था कि आजतक भारत की परमाणु हथियारों को पहले इस्तेमाल नहीं करने की नीति रही है, लेकिन आगे यह नीति क्या होगी, यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।
भारत की परमाणु नीति
ये हैं भारत की परमाणु नीति की बड़ी बातें
दुश्मन के खिलाफ परमाणु हमले का फैसला राजनीतिक नेतृत्व करेगा। हालांकि, इसमें न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी का सहयोग होगा।
जिन देशों के पास परमाणु हथियार नहीं है, भारत उनके खिलाफ अपने परमाणु हथियार इस्तेमाल नहीं करेगा।
भारत या देश के सुरक्षाबलों के खिलाफ कोई रासायनिक या जैविक हमला होता है तो भारत का परमाणु हथियार इस्तेमाल करने का रास्ता खुला है।
भारत परमाणु मुक्त दुनिया बनाने की वैश्विक पहल के पक्ष में रहेगा और परमाणु निशस्त्रीकरण के विचार का समर्थन करेगा।