#NewsBytesExplainer: कैसे चुना जाता है विश्व बैंक का प्रमुख और अमेरिकी उम्मीदवार ही क्यों जीतता है?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय मूल के अजय बंगा को विश्व बैंक के अध्यक्ष पद के लिए नामांकित किया है। बंगा विश्व बैंक प्रमुख पद के लिए नामांकित होने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं। आइए समझते हैं कि विश्व बैंक का गठन क्यों और किस उद्देश्य से किया गया था, इसका प्रमुख चुनने की प्रक्रिया क्या होती है और अमेरिका का उम्मीदवार ही इसका अध्यक्ष क्यों बनता है।
कैसे और क्यों हुआ था विश्व बैंक का गठन?
विश्व बैंक की नींव 1944 में ब्रेटन वूड्स कॉन्फ्रेंस के दौरान रखी गई थी। इसका उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध की वजह से बर्बाद हुए देशों की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए उन्हें वित्तीय सहायता देना था। गठन के समय इसमें 38 देश थे, लेकिन वर्तमान में भारत समेत 187 देश इसके सदस्य हैं। अभी विश्व बैंक गरीब देशों को मदद प्रदान करता है। इसके अलावा यह स्वास्थ्य, खाद्यान्न सुरक्षा और शिक्षा जैसे मामलों पर रिसर्च भी करता है।
कैसे होता है अध्यक्ष का चुनाव?
विश्व बैंक के अध्यक्ष का चयन कार्यकारी निदेशकों के मंडल द्वारा किया जाता है। विश्व बैंक में कुल 25 कार्यकारी निदेशक होते हैं, जिनमें से 20 का चुनाव होता है और 5 को नामांकित किया जाता है। पद के लिए आए कुल आवेदनों में से कार्यकारी निदेशक मंडल 3 आवेदको का चयन करता है। इन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। उसके बाद वोटिंग होती है। जिसे सबसे ज्यादा वोट मिलते हैं, वो विश्व बैंक का प्रमुख नियुक्त होता है।
कार्यकारी निदेशक कैसे चुने जाते हैं?
अमेरिका, जापान, जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस अपने-अपने कार्यकारी निदेशकों को नामांकित करते हैं। बाकी देशों को क्षेत्र के हिसाब से अलग-अलग समूहों में बांटा जाता है। हर समूह का अपना कार्यकारी निदेशक होता है।
अब तक विश्व बैंक के सभी अध्यक्ष अमेरिकी नागरिक
विश्व बैंक के गठन के बाद से अब तक 13 लोगों को इसका अध्यक्ष बनाया गया है। ये सभी अमेरिका के नागरिक रहे हैं। अगले अध्यक्ष पद के लिए अजय बंगा को नामांकित किया गया है, वे भी भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं। 2019 में बुल्गारिया की नागरिक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा को भी विश्व बैंक का प्रमुख बनाया गया था, लेकिन उन्हें ये पद कार्यवाहक अध्यक्ष के तौर पर सौंपा गया था।
विश्व बैंक प्रमुख चुनने में क्यों है अमेरिका का दबदबा?
विश्व बैंक के गठन के वक्त यूरोपीय देश द्वितीय विश्व युद्ध की त्रासदी झेल रहे थे और अमेरिका आर्थिक शक्ति के रूप में उभर रहा था। इस वजह से अमेरिका ने बैंक में 35 फीसदी तक मतदान अधिकार हासिल किए थे। अमेरिका एकमात्र ऐसा देश है, जिसके पास बैंक की संरचना में बदलाव को लेकर वीटो पावर है। बैंक की कुल वोटिंग शक्तियों में से 16 फीसदी अकेले अमेरिका के पास हैं।
कौन हैं बैंक अध्यक्ष पद के लिए नामांकित हुए अजय बंगा?
अजय बंगा का जन्म 10 नवंबर, 1959 को महाराष्ट्र के पुणे में एक सैनिक परिवार में हुआ था। उनके पिता हरभजन सिंह बंगा भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जनरल थे। बंगा को बिजनेस के क्षेत्र में 30 साल से अधिक का अनुभव है। वे मास्टरकार्ड, नेस्ले, पिज्जा हट, KFC और सिटी ग्रुप में काम कर चुके हैं। उनके कार्यों को देखते हुए भारत सरकार ने 2016 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था।
बंगा के नामांकन का हो रहा विरोध
विश्व बैंक के प्रमुख के तौर पर बंगा के नामांकन का जर्मनी ने विरोध किया है। जर्मनी का कहना है कि जब से विश्व बैंक बना है, तब से कोई भी महिला इसकी प्रमुख नहीं बनी है, इसलिए किसी महिला को नामांकित किया जाए। आलोचकों का कहना है कि बंगा के पास निजी क्षेत्र की कंपनियों में काम करने का अनुभव है, जबकि विश्व बैंक कोई निजी कंपनी नहीं है, इसलिए बंगा को इसका प्रमुख बनाना सही कदम नहीं होगा।
विश्व बैंक को कब तक मिलेगा नया अध्यक्ष?
विश्व बैंक के अध्यक्ष पद के लिए 23 फरवरी से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो 29 मार्च तक चलेगी। इसके बाद बैंक का कार्यकारी निदेशक मंडल 3 नामों का चयन करेगा, जिन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। अगर सबकुछ सही चलता रहा तो मई, 2023 तक विश्व बैंक के नए प्रमुख की नियुक्ति हो जाएगी। विश्व बैंक के वर्तमान प्रमुख डेविड मलपास ने हाल ही में पद छोड़ने का ऐलान किया था।