धार्मिक अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा करने में भारत दुनियाभर में नंबर एक- CPA रिपोर्ट
क्या है खबर?
सेंटर फॉर पॉलिसी एनालिसिस (CPA) की वैश्विक अल्पसंख्यकों पर आई रिपोर्ट में भारत को दुनियाभर के 110 देशों के मुकाबले धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए सबसे अच्छा देश बताया गया है।
ऑस्ट्रेलिया टुडे के मुताबिक, भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन और संयुक्त अरब अमीरात जैसे कई देशो को पीछे छोड़ते हुए नंबर एक पायदान हासिल किया है। भारत में किसी धार्मिक संप्रदाय पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
CPA एक शोध संस्थान है, जिसका मुख्यालय बिहार की राजधानी पटना में स्थित है।
रैंकिंग
मालदीव, सोमालिया और अफगानिस्तान सूची में सबसे नीचे
CPA की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों की स्वीकृति का उच्चतम स्तर है। इसके बाद दक्षिण कोरिया, जापान, पनामा और अमेरिका का स्थान है।
रिपोर्ट के अनुसार, मालदीव, सोमालिया और अफगानिस्तान को सूची में सबसे नीचे रखा गया है, जबकि ब्रिटेन 54वें और संयुक्त अरब अमीरात 56वें स्थान पर है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अक्सर बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक समुदाय के बीच विभिन्न चिंताओं को लेकर संघर्ष की खबरें आती रहती हैं।