
#NewsBytesExplainer: 7.4 तीव्रता के भूकंप के बावजूद ताइवान ने कैसे रोकी तबाही?
क्या है खबर?
3 अप्रैल को ताइवान में आए विनाशकारी भूकंप में 12 लोगों की मौत हो गई है और करीब 600 लोग अभी भी फंसे हुए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.4 मापी गई।
ये बीते 25 साल में ताइवान में आया सबसे विनाशकारी भूकंप था। हालांकि, इतने तीव्र भूकंप के बावजूद ताइवान में मरने वालों का आंकड़ा बेहद कम है।
आइए जानते हैं कि ताइवान भूकंप से निपटने के लिए कैसे तैयारी कर रहा था।
नुकसान
सबसे पहले जानिए भूकंप से कितना नुकसान हुआ
ताइवान में आए भूकंप में 12 लोगों की मौत हुई है और 10 लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिनमें 2 भारतीय भी हैं। अलग-अलग जगहों पर करीब 600 लोग फंसे हुए हैं, जिनमें से 450 केवल तारोको पार्क की एक होटल में हैं।
भूकंप के बाद आने वाले झटकों के चलते शुक्रवार (5 अप्रैल) की दोपहर को बचाव अभियान रोक दिया गया था, जिसे अब दोबारा शुरू कर दिया गया है।
1999
1999 के भूकंप से ताइवान ने सीखा सबक
कहा जाता है कि ताइवान ने 1999 में आए भूकंप से कई सबक लिए। इस भूकंप में 2,400 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और 5,000 से ज्यादा इमारतों को नुकसान पहुंचा था।
भूकंप में जो इमारतें ढही थीं, उनमें से ज्यादातर का निर्माण कुछ समय पहले ही हुआ था। इसके बाद ताइवान ने इन इमारतों की जांच करने का फैसला लिया और नतीजों के आधार पर कई कदम उठाए।
गाइडलाइन
इमारतों के लिए बनाई गई भूकंप रोधी गाइडलाइन
1999 के भूकंप के बाद ताइवान ने सभी नई इमारतों के लिए भूकंप रोधी गाइडलाइन बनाई और इनका सख्ती से पालन कराया गया।
हर इमारत का सर्वे कराया गया और सीमेंट, स्टील और कॉन्क्रीट की गुणवत्ता के पैमाने निर्धारित किए गए।
पुलों को बनाने में जिस तरह की भूकंप रोधी गाइडलाइन का पालन किया जाता है, इमारतों में भी वही गाइडलाइन अपनाई गई। नई इमारतों के लिए इन गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य किया गया।
पैसिव डंपिंग तकनीक
इमारतों में पैसिव डंपिंग तकनीक का इस्तेमाल
ताइवान की कई इमारतों में भूकंप से निपटने के लिए पैसिव डंपिंग तकनीक को इस्तेमाल किया गया है। ताइवान की सबसे ऊंची इमारत ताइपे 101 भी भूकंप में हिलती दिखी, लेकिन इस तकनीक की वजह से गिरी नहीं।
इस इमारत में 660 टन वजनी एक स्टील की गेंद को 92वीं मंजिल से नीचे लटका रखा है। जब इमारत एक दिशा में झुकती है तो ये गेंद विपरीत दिशा में झुक जाती है, जिससे इमारत का संतुलन बना रहता है।
कल्चर
टॉप डाउन और बॉटम अप कल्चर
ताइवान ने प्रशासन की नीतियों में 'टॉप-डाउन' और 'बॉटम-अप' कल्चर अपना रखा है। आपदा से निपटने की तैयारियों में 'टॉप डाउन' के तहत अधिकारी बिल्डिंग कोड में सुधार कर इसे लागू करते हैं। इसमें इमारत से भूकंप की स्थिति में रेस्क्यू प्लान को शामिल किया जाता है।
'बॉटम-अप' में आपदा की स्थिति में नागरिक समाज और समुदाय के कर्तव्यों को निर्धारित किया गया है। इसमें निकासी में एक-दूसरे की मदद जैसे उपाय शामिल हैं।
सख्ती
इमारतों के निर्माण में लापरवाही पर सख्त कार्रवाई
ताइवान ने इमारतों के निर्माण के दौरान गाइडलाइन का पालन न करने वालों पर सख्त कार्रवाई की है। 2016 में ताइवान के दक्षिण-पश्चिम में ताइनान में आए भूकंप के बाद एक 17 मंजिला इमारत ढह गई थी, जिसमें कई लोग मारे गए थे।
इसके बाद अधिकारियों ने इमारत के निर्माण में शामिल 5 लोगों पर मुकदमा चलाया था और सभी को जेल भेज दिया गया था। कई अन्य मामलों में भी इस तरह की कार्रवाई की गई है।
सेंसर
पूरे ताइवान के आसपास लगे हैं सेंसर
ताइवान ने अपनी सीमा के चारों और सेंसर लगाए हैं, जो भूकंप के पहले आने वाले कंपन को डिटेक्ट कर सकते हैं। ये सेंसर भूकंप आने के 2 से 8 सेकंड पहले लोगों के मोबाइल और टीवी पर चेतावनी संदेश भेज देते हैं।
इसके अलावा 1999 के बाद से ताइवान ने भूकंप के प्रति जागरुकता और बचाव के लिए कार्यशालाओं को अनिवार्य कर दिया है। स्कूल और कार्यलयों में इस तरह की कार्यशालाएं नियमित अंतराल पर आयोजित की जाती हैं।