ताइवान में 25 साल का सबसे शक्तिशाली भूकंप; 4 की मौत, 50 से ज्यादा घायल
क्या है खबर?
आज (3 अप्रैल) की सुबह-सुबह ताइवान की धरती कांप उठी। यहां 7.4 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे पूरा द्वीप हिल गया और कई इमारतें ढह गईं। ये बीते 25 सालों में ताइवान में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, भूकंप में कम से कम 4 व्यक्तियों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। फिलहाल कई लोग इमारतों में फंसे हैं, जिन्हें निकालने का काम जारी है।
सुनामी
जापान में सुनामी का अलर्ट जारी
जापान ने दक्षिणी द्वीप समूह ओकिनावा के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की है। यहां उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।
जापानी मौसम विज्ञान एजेंसी ने भूकंप के बाद 9.8 फुट ऊंची सुनामी की लहरें उठने की आशंका जताई है।
जापान ने कहा कि सुनामी की पहली लहर मियाको और येयामा द्वीपों के तटों से टकरा गई है।
फिलीपींस ने भी सुनामी की चेतावनी दी है और तटीय इलाकों को खाली करने का आदेश दिया है।
तबाही
कितनी मची तबाही?
ताइवान के अग्निशमन विभाग ने कहा कि पहाड़ी और कम आबादी वाले पूर्वी काउंटी हुलिएन में एक व्यक्ति की चट्टानों के नीचे कुचलकर मौत हो गई है, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं। भूकंप का केंद्र भी हुलिएन में ही था।
कम से कम 26 इमारतें ढह गई हैं, जिनमें से आधे से अधिक हुलिएन में हैं। अभी भी लगभग 20 लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकालने का काम जारी है।
तीव्रता
भूकंप की तीव्रता को लेकर अलग-अलग दावे
अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने कहा कि भूकंप की तीव्रता 7.4 थी और इसका केंद्र हुलिएन शहर से 18 किलोमीटर दक्षिण में 34.8 किलोमीटर की गहराई में था। हालांकि, जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने भूकंप की तीव्रता 7.7 बताई है।
ताइपे के भूकंप विज्ञान केंद्र के निदेशक वू चिएन-फू ने कहा, "भूकंप को पूरे ताइवान और अपतटीय द्वीपों पर महसूस किया गया। 1999 के भूकंप के बाद से 25 सालों में यह सबसे शक्तिशाली भूकंप है।"
भूकंप
1999 के भूकंप में हुई थी 2,400 लोगों की मौत
ताइवान में इससे पहले सितंबर, 1999 में विनाशकारी भूकंप आया था, जिसमें 2,400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और करीब 5,000 इमारतों को नुकसान पहुंचा था। ताइवान के इतिहास में इसे दूसरा सबसे विनाशकारी भूकंप माना जाता है।
इससे पहले 1935 में आए भूकंप में 3,276 लोगों की मौत हुई थी और 12,000 से ज्यादा घायल हुए थे। बता दें कि 'रिंग ऑफ फायर' के करीब होने की वजह से ताइवान में अक्सर भूकंप आते रहते हैं।
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न्यूजबाइट्स प्लस
'रिंग ऑफ फायर' ऐसा इलाका है, जहां कॉन्टिनेंटल प्लेट्स के साथ-साथ ओशियनिक टेक्टॉनिक प्लेट्स भी मौजूद हैं। ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं तो इन इलाकों में अक्सर भूकंप आते हैं और ज्वालामुखी फटते हैं।
जापान, रूस, फिलीपींस, इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड, अंटार्कटिका, कनाडा, अमेरिका, मैक्सिको, ग्वाटेमाला, कोस्टा रिका, पेरू, इक्वाडोर, चिली और बोलिविया रिंग ऑफ फायर के क्षेत्र में आते हैं। दुनिया के 90 प्रतिशत भूकंप इसी इलाके में आते हैं।